सिर्फ 8 रन पर ढेर हो गई इस देश की पूरी टीम
(शशि कोन्हेर) : ये मुक़ाबला था यूएई और नेपाल की अंडर-19 महिला टीमों का. मलेशिया में इन दिनों महिलाओं के अंडर-19 टी-20 वर्ल्ड कप के क्वालिफ़ायर मैच खेले जा रहे हैं.
पहली बार हो रही इस प्रतियोगिता में पाँच टीमें हिस्सा ले रही हैं. यूएई और नेपाल के अलावा इसमें थाईलैंड, भूटान और क़तर की टीमें भी खेल रही हैं.
पाँच देशों की इस क्वालिफ़ाइंग प्रतियोगिता में जीतने वाली टीम अगले साल दक्षिण अफ़्रीका में पहले आईसीसी अंडर-19 टी-20 महिला वर्ल्ड कप में हिस्सा लेगी. शनिवार को हुए मैच में नेपाल की लड़कियाँ मज़बूत हौसले के साथ उतरीं.
वजह ये थी कि इससे पहले उन्होंने शुक्रवार को प्रतियोगिता के पहले ही मैच में क़तर की टीम को मात्र 38 रन पर समेट दिया था. इससे पहले उन्होंने 3 विकेट पर 113 रन बनाए थे. यानी नेपाल ने ये मैच 79 रनों के विशाल अंतर से जीत धमाकेदार शुरुआत की थी।
मगर क़तर से जीत के बाद यूएई का मुक़ाबला करने उतरी नेपाली टीम को ज़रा भी अंदाज़ा नहीं रहा होगा कि ये मैच कितना भारी पड़ने वाला है.
1 घंटे में ख़त्म हो गया मैच
हालाँकि टॉस के मामले में नेपाली टीम भाग्यशाली रही. उन्होंने टॉस जीता और बल्लेबाज़ी का फ़ैसला किया.
मगर दूसरे ओवर की तीसरी गेंद पर उनका पहला विकेट गिरा, तब उनका खाता भी नहीं खुला था. इसके बाद तीसरे ओवर में तीन बल्लेबाज़ पवेलियन लौटीं. स्कोर था 4 विकेट के नुक़सान पर 2 रन.
फिर चौथे, पाँचवें, छठे ओवर में एक-एक विकेट गिरा. सातवें ओवर में दो विकेट गिरे. और नौवें ओवर की पहली गेंद पर आख़िरी विकेट गिरा. तो 8 ओवर एक गेंद यानी कुल 49 गेंदों में नेपाल की पूरी टीम केवल 8 रन बनाकर ढेर हो गई.
नेपाली टीम की 6 बल्लेबाज़ खाता भी नहीं खोल सकीं. सर्वाधिक स्कोर रहा स्नेहा महारा का जिन्होंने 3 रन बनाए. यूएई की ओर से गेंदबाज़ी में क़हर ढाने वाली बोलर थीं माहिका गौड़. उन्होंने 4 ओवर में 2 रन देकर 5 विकेट लिए.
इंदुजा नंदकुमार ने 6 रन देकर 3 विकेट हासिल किए. यूएई की गेंदबाज़ों ने कोई भी अतिरिक्त रन नहीं दिया.
इसके बाद 8 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी यूएई ने एक ओवर और एक गेंद यानी केवल 7 गेंदों में जीत के लिए ज़रूरी रन हासिल कर लिया. नेपाल की गेंदबाज़ों ने इन 7 गेंदों में एक नो बॉल और वाइड फेंकी जिससे यूएई को दो अतिरिक्त रन भी मिले.
सबसे ज़्यादा 4 रन बनाए यूएई की कप्तान तीर्था सतीश ने. मैच बस एक घंटे और कुल 9 ओवर और 2 गेंदों में समाप्त हो गया.
दोनों टीमों की ओर से एक भी बल्लेबाज़ का स्कोर दो अंकों में नहीं पहुँचा.
पहले भी मामूली स्कोर पर आउट हुई हैं टीमें
इससे पहले भी महिला क्रिकेट में कई टीमें बहुत मामूली स्कोर पर आउट हो गई हैं.
2017 में भारत में अंडर-19 महिलाओं के एकदिवसीय सुपर लीग मैच में केरल के ख़िलाफ़ नगालैंड की टीम मात्र 2 रन पर आउट हो गई थी.
इसमें एक रन उनकी ओपन बल्लेबाज़ ने बनाया था जबकि दूसरा रन अतिरिक्त था.
इस मैच में नगालैंड की 9 बल्लेबाज़ बिना रन बनाए पवेलियन लौट गई थीं.
इसी तरह 2019 में एक टी-20 प्रतियोगिता में माली की टीम तीन मैचों में मामूली स्कोर पर आउट हो गई थी. किबुका टूर्नामेंट के तीन मैचों में माली की टीम 6, 10 और 11 रन बनाकर ऑलआउट हो गई।