अंतरराष्ट्रीय

तारिक फतेह अली का निधन…जीवन भर कट्टरता के खिलाफ लड़ते रहे.. एक मुस्लिम संगठन ने सर कलम करने के लिए रखा था 10 लाखों रुपए का इनाम

(शशि कोन्हेर) :  पाकिस्तान में जन्मे और मशहूर लेखक, पत्रकार व कमंटेटर  तारिक फतह का लंबी बीमारी के बाद आज 73 साल की उम्र में निधन हो गया।   तारिक फतेह की बेटी नताशा फतेह ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। नताशा फतेह ने लिखा कि उन सभी के साथ उनकी क्रांति जारी रहेगी, जो उन्हें जानते और प्यार करते थे।बता दें कि तारिक फतह इस्लामी कट्टरवाद और पाकिस्तान के खिलाफ आए दिन विवादित बयान देते रहते थे

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वो भारत के न्यूज चैनलों पर अक्सर डिबेट शो में हिस्सा भी लेते थे। एक प्राइवेट न्यूज चैनल पर उनका ‘फतह का फतवा’ नाम का कार्यक्रम भी प्रसारित होता था। उनके तीखे बयानों को लेकर कई बार उन्हें जान से मारने की धमकी मिली। इसी साल फरवरी में फतह ने ट्वीट कर बताया कि कुछ लोगों ने उनका सिर तन से जुदा करने की योजना बनाई है। इससे पहले साल 2017 में बरेली के एक मुस्लिम संगठन ने तारेक फतेह का सिर कलम करने वाले को 10 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी।

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गौरतलब है कि हाल ही में कुछ दिन पहले तारेक फतह को लेकर सोशल मीडिया पर उनके निधन की अफवाहें फैलने थीं। दरअसल उनकी बेटी नताशा फतह नेअपने पिता को लेकर एक ट्वीट किया था जिसके बाद सोशल मीडिया पर   फतह की मौत की खबर तेजी से फैलने लगी। कई लोग फतह को श्रद्धांजलि देने लगे। देखते ही देखते ट्विटर पर तारेक फतह ट्रेंड करने लगा  लेकिन तब फतह की मौत की खबर पूरी तरह झूठी निकली थी।

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तारिक फतेह का जन्म 20 नवंबर 1949 को कराची में हुआ था। उनका परिवार  मुंबई  का रहने वाला था, लेकिन बंटवारे के बाद कराची चला गया था. उन्होंने कराची यूनिवर्सिटी से बायोकेमिस्ट्री की पढ़ाई की थी, लेकिन बाद में पत्रकारिता में आ गए। एक पाकिस्तानी टीवी चैनल में खोजी पत्रकारिता करने से पहले 1970 में उन्होंने कराची सन नाम के अखबार में रिपोर्टिंग की। उन्हें दो बार जेल भी जाना पड़ा। बाद में उन्होंने पाकिस्तान छोड़ दिया और सऊदी अरब में सेटल हो गए। 1987 में फतेह कनाडा आ गए।

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