मेयर ने किया प्रभवित बस्तियों का निरीक्षण, 1700 परिवारों को कराया भोजन, और शनिचरी रपटा की साफ-सफाई कराई
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर – भैसाझार बैराज के 7 गेट खुलने के बाद शहर में अरपा नदी का जलस्तर बढ़ गया था जिसके चलते नीचली बस्ती में पानी घूसने लगा महापौर रामशरण यादव के निर्देश पर निगम अमला रात भर नदी किनारे रहने वाले ऐसे लोग जिनके घरो में पानी घूस गया था उन्हें खाली कराकर स्कूलों और समुदायिक भवनों में ठहराया। 1700 परीवारों को भोजन वितरण किया। महापौर रामशरण यादव ने गुरूवार को भी इन क्षेत्रों में निरीक्षण किया इस दौरान उन्होने बताया कि अरपा का जलस्तर अब घटने लगा है। बुधवार की रात तक शनिचरी रपटा के दो फीट ऊपर तक नदी का पानी बह रहा था अब वह दोबारा दिखाई देने लगा है। निगम अमला पानी नीचे उतरने के बाद पुल को दोबारा शुरू करने उसकी साफ सफाई में जुटा हुआ है। वहीं मांडवा बस्ती में भी हालात दोबारा सामान्य होने लगे है। लोगों के घरों से पानी पूरी तरह निकल चुका है। दोपहर 1 बजे तक बस्ती में निगम के 4 टैंकर्स के साथ-साथ खाने के पैकेट्स लोगों को दिए है। अब जलस्तर नीचे उतरने की वजह से निगम के कर्मचारी एक बार फिर पुल को दोबारा शुरू करने के लिए उसकी सफाई में जुटा हुआ है। पानी के साथ आए मलबे को जेसीबी और ट्रक के जरिए हटाने के काम किया जा रहा है। हालांकि पुल को अभी भी दोबारा शुरू नही किया गया है। क्योंकि भले नदी का जलस्तर घट गया हो लेकिन पानी का बहाव अभी भी खतरनाक स्तर पर है।
बूटापारा से 5 परिवार के 22 लोगो को किया गया रेस्कयू : बुधवार की रात को महापौर रामशरण यादव ने कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर को फोन कर सूचना दी थी की वार्ड 43 के बूटापारा क्षेत्र में 3 परीवार फंसे हुए है। उन्हें रेस्कयू किया जाएग लेकिन रात में पानी का बहाव काफी ज्यादा होने के कारण परेशानी हुई 5 बजे नगर सेना ने बोट की सहायता से उन परिवार तक पहंुची तो पता चला की वहां 3 नहीं 5 परीवार फंसे है। जो बजरंगबली के मंदिर जो डूबने से बच गया था वहाँ रात भर बैठे रहे वार्ड पार्षद परदेशी राज ने बताया कि सुबह 6 बजे तक सभी 5 परीवार के 22 सदस्यों को सुरक्षित रेस्कयू कर लिया गया है। रातभर क्षेत्र में लाइट भी बंद रही।