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VIDEO : मध्यप्रदेश में भारी बारिश से जन जीवन हुआ अस्त-व्यस्त, इंदिरा सागर व ओंकारेश्वर बांध के खुले गेट….

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(शशि कोन्हेर) : मध्यप्रदेश में लगातार भारी बारिश से हालात बिगड़ने लगे हैं। प्रदेश के मुख्य नदी नर्मदा का जलस्तर बढ़ रहा है। प्रदेश के 6 डैम के गेट खोलने पड़े हैं। बरगी-तवा बांध में पानी की आवक लगातार बढ़ने से 13-13 गेट खोलकर पानी बहाया जा रहा है। देर रात ओंकारेश्वर बांध के 22 गेट खोले जाने का अलर्ट जारी किया गया है। इससे नर्मदा में पानी तेजी से बढ़ेगा। आसपास के इलाकों में चेतावनी दी गई है। प्रशासन लगातार नजर बनाए रखे है। 21 से ज्यादा जिलों में तेज बारिश हुई।

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मध्य प्रदेश के खंडवा में नदी नाले उफान पर हैं, तो वहीं आसपास के बांधों से छोड़े जाने वाले पानी के चलते नर्मदा नदी भी अपना रौद्र रूप दिखा रही है। बताया जा रहा है कि ओंकारेश्वर में बांध प्रबंधन ने भी शुक्रवार और शनिवार के दरमियानी रात ओंकारेश्वर डेम के 22 गेट खोलने का निर्णय लिया है। गेट खुलने के बाद डेम के ऑठो टरबाइन सहित कुल 10172 क्यूमैक्स जल नर्मदा नदी में छोड़ा जाएगा। इसके चलते आसपास के सभी क्षेत्रों में अलर्ट जारी है। बताया जा रहा है कि इससे वह रपटा भी डूब जाएगा, जो आदि शंकराचार्य जी की प्रतिमा अनावरण स्थल तक जाने हेतु नर्मदा नदी के बीच बनाया गया है।

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इधर एनएचडीसी ने जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर बताया है कि वर्तमान में इंदिरा सागर बांध का जल स्तर 261.76 मीटर तथा ओंकारेश्वर बांध का जलस्तर 195.05 मीटर है। वर्तमान में अपस्ट्रीम स्थित बरगी बांध से 3480 क्यूमेक्स तथा तवा बांध से 9571 क्यूमेक्स पानी प्रवाहित हो रहा है। पानी की आवक को देखते हुए इंदिरा सागर बांध से कभी भी अतिरिक्त जल की निकासी की जा सकती है। उक्त संभावना के देखते हुए देर रात में ओंकारेश्वर बांध के गेटों से 8000 क्यूमेक्स जल की निकासी की जाएगी। इस प्रकार बांध के गेटों एवं विद्युत गृह द्वारा कुल 10088 क्यूमेक्स जल की निकासी की जाएगी। इसके कारण जिला प्रशासन को बांध के डाउनस्ट्रीम में आवश्यक सुरक्षा उपाय किए जाने के लिए बताया गया है। कलेक्टर खंडवा अनूप कुमार सिंह ने बताया कि अभी इंदिरा सागर डैम से पानी छोड़ने के लिए अलर्ट जारी किया जा चुका है। डेम प्रबंधन अग्नि नदी के पानी का वाटर लेवल देखेगा। इसके बाद पानी छोड़ने का निर्णय लिया जाएगा। फिलहाल सुरक्षा के मद्दे नजर अलर्ट जारी किया हुआ है।

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बालाघाट में भारी बारिश के कारण परसवाड़ा के सलंगटोला में रोड धंस गई। इससे जिले का सिवनी से संपर्क टूट गया। महकारी नदी में उफान आने से किनारे बसे गांवों में 24 से ज्यादा कच्चे मकान ढह गए। नरसिंहपुर जिले में सीतारेवा और शक्कर नदी उफान पर हैं। छिंदवाड़ा में भी नदी-नाले उफान पर हैं। माचागोरा डैम के सभी 8 गेट खोले गए हैं। इनको 34% तक खोलकर 3800 क्यूबिक मीटर पानी छोड़ा जा रहा है। पेंच नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से चांद क्षेत्र में अलर्ट जारी किया है।

लगातार हो रही बारिश से बड़वानी जिले के नदी-नाले उफान पर हैं तो वहीं अब इसका असर आम जनमानस के जीवन पर भी पड़ने लगा है जिले में लगातार हो रही अतिवृष्टि के चलते जल जमाव होने से जिले के समस्त शासकीय, अशासकीय, मान्यता प्राप्त, अनुदान प्राप्त विद्यालयों में कक्षा नर्सरी से लेकर 12वीं कक्षा तक शनिवार का अवकाश घोषित किया गया है । हालांकि यह अवकाश केवल विद्यार्थियों के लिए है ।
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बरगी और तवा डेम के 13-13 गेट खोले गए
लगातार वर्षा के चलते बरगी डैम तथा तवा डैम के गेट खोले गए हैं। इससे नर्मदा नदी का जल स्तर बढ़ रहा है। नर्मदा नदी के बढ़ते जल स्तर को दृष्टिगत रखते हुए सीहोर कलेक्टर प्रवीण सिंह ने समस्त नागरिकों से प्रभावित क्षेत्र में नहीं जाने की अपील की है। उन्होंने सभी नागरिकों से नर्मदा तट के घाटों से उचित दूरी बनाए रखने के लिए कहा है।

तवा परियोजना के कार्यपालन यंत्री वीके जैन ने बताया कि तवा डैम के कैचमेंट में लगातार भारी वर्षा हो रही हैं। जिसके चलते तवा डैम के 13 गेट 20-20 फीट तक खोले गए हैंं। इससे लगभग 11328 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जाएगा। यह पानी लगभग 12:00 बजे जिले के बुधनी घाट पहुंचेगा। इससे बुधनी घाट सहित सभी घाटों पर नर्मदा नदी का जलस्तर अधिकतम 962 फीट बढ़ने की संभावना हैं। इसी प्रकार बरगी बान्ध जबलपुर का वर्तमान लेवल 422.85 मीटर है। जो एफआरएल से अधिक है और निरंतर बढ़ रहा है। बांध के कैचमेंट एरिया में गत 48 घंटे में भारी वर्षा दर्ज की गई है।

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