छत्तीसगढ़

रायगढ़ में सेल्फी प्वाइंट के पास मिली दो लाशों की गुत्थी सुलझी, हत्या का निकला मामला, एक आरोपी बिलासपुर का

(शशि कोन्हेर) : रायगढ़। पालीघाट सेल्फी पांइट के पास मिले दो अज्ञात शवों की शिनाख्तगी कर ली गई है। मामला हत्या का है पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर केस के आरोपियों को पकड़ लिया है। आरोपियों में से एक बिलासपुर का है।
20 मार्च को रायगढ़-उड़ीसा मार्ग में थाना तमनार क्षेत्र के पालीघाट सेल्फी प्वाइंट में दो अज्ञात व्यक्तियों का शव पड़े होने की सूचना मिली थी। प्रथम दृष्टया मामला संदेहास्पद होने पर थाना प्रभारी ने जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को घटना की जानकारी दी थी। इसके बाद SSP सदानंद कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय महादेवा, थाना प्रभारी घरघोड़ा हर्षवर्धन सिंह बैस सायबर सेल को लेकर स्वयं मौके पर पहुंचे। स्थल और शव का निरीक्षण करने के बाद जल्द से जल्द अज्ञात मृतकों की शिनाख्तगी का निर्देश दिए थे। इसके लिए आसपास के जिलों के अधिकारियों से संपर्क कर सोशल मीडिया में मृतकों के फोटो, वीडियो प्रसारण किया गया था। तब मृतक के परिजन शवेंद्र ओझा प्रतापपुर (उत्तर प्रदेश) के द्वारा रायगढ़ KGH अस्पताल आकर एक मृतक की शिनाख्त की।

उसके बड़े भाई ने एक मृतक की पहचान प्रवीण ओझा (35 साल) निवासी पटटियाकला थाना फतनपुर, प्रतापगढ़ (UP) के रूप में किया। उसने बताया कि 15 मार्च से उसका भाई प्रवीण ओझा और उसका साथी ड्रायवर पवन उपाध्याय रायगढ़ से लापता हैं, उनका मोबाइल बंद है परिवार वाले चिंतित हैं। तब उन्हें ढुंढने अपने साथियों के साथ रायगढ़ आया है। प्रवीण ओझा के साथ दूसरे शव की शिनाख्त पवन उपाध्याय उम्र 38 साल निवासी कलातुलसी थाना कोरनवा जिला भदोही, जिला इलाहाबाद (UP) के रूप में की गई। जांच टीम को यह भी जानकारी मिली कि दोनों मृतक ड्राइवर हैं, बालाजी ट्रांसपोर्ट बलौदा बाजार के अधीन ट्रेलर चलाते थे। पुलिस टीम अपनी जांच तेज कर बालाजी ट्रांसपोर्ट से जानकारी जुटाई तब ज्ञात हुआ कि दोनों 12 और 13 मार्च को बडबिल ओड़िशा से रायगढ़ मोनेट 14 मार्च को पहुंचे थे जो 15 मार्च को लगभग 12.00 बजे तक आयरन ओर वाली गाड़ी अनलोड़ करके निकले हैं।

जीपीएस ट्रेकर, सीसीटीवी से यह पता चला कि दोनों ड्रायवर कलकत्ता ढाबा गये थे और वहां से दुबारा मोनेट रोड़ में शाम 06.30 बजे के बाद मूव्हमेंट किये थे। देर राम में उनका जीपीएस कट-आफ हो गया और मृतकों के मोबाइल भी बंद हो गये।


जांच टीम को मृतकों के परिवार और बालाजी कंपनी के कर्मचारियों से तस्दीक करते हुए पता चला कि दोनों ट्रेलर वाहन पुलिस चौकी फगुरम, जिला डभरा में धारा 102 CrPC में जप्त किये गये हैं। 14 और 15 मार्च से मृतकों के ट्रेलर वाहन और उनके मोबाइल की गतिविधियो की जानकारी लेने पर मनोज साहू और अजय यादव के संपर्क में आने की जानकारी मिली। साथ ही फगुरम चौकी ग्राम देवरघटा से जप्त वाहनों के बारे में जानकारी मिली कि इलाके के हिस्ट्रीशीटर नंदु लहरे और जयनंद साहू इन गाडियों के आसपास सक्रिय थे।

तहकीकात करने पर दोनों मोबाइल बंद कर फरार पाये गये थे। इसके बाद मनोज साहू और उसके साले अजय साव को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। जिनसे हिकम्मत अमली से पूछताछ करने पर पता चला कि मनोज साहू और उसका साला अजय साव पूर्व में बालाजी कंपनी में ड्रायवर और हेल्फर का काम करते थे तथा इनका साथी अजय यादव भी बालाजी कंपनी में ड्रायवर था। मनोज साहू, अजय साव और अजय यादव मृतकों को पूर्व से जानते पहचानते थे और पहले से जुनैल खान निवासी मौदहापारा जूटमिल क्षेत्र रायगढ़ और आकाश कहरा जो मूलत: बिलासपुर का है, बाजीनपाली जूटमिल इलाके में रहता है और ड्रायवरी का काम करता है के साथ मिलकर दोनों मृतको के ट्रेलर को लूटने और जुनैल द्वारा खपाने की योजना बनाने की पुष्टि आरोपियों के मेमोरेंडम और कॉल रिकार्ड से भी की गई। योजना के अनुसार 14 मार्च से ही मनोज साहू, अजय साव और अजय यादव मृतकों से फोन पर संपर्क में थे और 15 मार्च को कलकत्ता ढाबा से ही मृतकों को फोलो करते हुए मनोज साहू, अजय साव, अजय यादव और आकाश कहरा मृतकों को अतिरिक्त काम दिलाने के बहाने ट्रेलर सहित मोनेट के पास नहरपाली इलाके में सुनसान जगह लेकर गये थे। जहां मनोज साहू व अन्य ने पहले उनको शराब पिलाई, खाना बनाये और बाद में मृतकों के नशे में होने का फायदा उठाते हुये पहले प्रवीण ओझा पर ट्रेलर हार्स में ही चाकू और व्हील पाना से गला, सिर पर चोट पहुंचाकर उनकी हत्या कर दिये, उसके बाद मृतक पवन उपाध्याय की ट्रेलर के पास जाकर उसको नीचे उतार कर उसे व्हील पाना से वार हत्या की। चारों मिलकर दोनों शवों को प्रवीण ओझा वाली ट्रेलर के केबिन में डाल दिये फिर दोनों ट्रेलर के जीपीएस को अलग करने के बाद गाड़ी चलाते हुए चंद्रपुर रोड़ स्थित एक परिचित के दुकान पर जाकर 80 लीटर डीजल ट्रेलर से निकाल कर बेचने गये थे। जिसकी पुष्टि उक्त दुकानदारों से भी की गई है। इसके बाद गाडियों को लाकर रात में दो अलग-अलग स्थानों में ओडिशा रोड़ और कोडातराई के पास रखे जिसमें कोड़ातराई में रखे वाहन के केबिन में शव रखे हुये थे। जिसके बाद ये लोग मोटर सायकल में बैठकर संस्कार स्कुल के पास आकाश कहरा के घर पर जाकर सो गये। अगले दिन रैकी करने के बाद रात करीब 11-12 बजे पहले शवों वाले ट्रेलर को पोहामिल पटेलपाली के पास लेकर गए फिर वहां से मनोज के अलावा अन्य तीन मिलकर ट्रेलर के हार्स को ट्राली से अलग किये और पालीघाट मेन रोड़ सेल्फी पाइंट के पास वाहन रोककर दोनों शवों को रोड़ किनारे जंगल में फेंक दिया फिर वापस आकर जुनैल खान से संपर्क किया। जुनैल ने अपने आदमी नंदु लहरे निवासी बरतुंगा, डभरा और जयनंद साहू निवासी खुर्सीपाली खरसिया को आरोपियों से बात कराकर गाड़ी को कटवाने की व्यवस्था करवाया। इसके बाद अजय साव और आकाश कहरा ने नंदु और जयनंद के संपर्क में रहते हुए वाहनों को फगुरम चौकी के ग्राम देवरघटा में ईटा भट्टा के पास लेकर गये। जहां पहले से रैकी कर रहे राकेश खुंटे निवासी देवरघटा के साथ मिलकर वाहनों को शमसान के पास लगे शेड के समीप खड़ा कर दिया। बाद में सभी नंदु लहरे के फार्म हाउस में आराम करने ले बाद जुनैल खान को दोनों ट्रेलर की चाबी सौंप दी और डीजल खर्च का पेंमेंट जुनैल से लेकर अपने-अपने घर चले गये।
प्रकरण में थाना तमनार में धारा 302, 201, 120बी, 34 आईपीसी के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है । घटना में शामिल आरोपियों के नाम जिनकी गिरफ्तारी की गई है :-
(1) मनोज साहू पिता हीरालाल साहू 34 साल निवासी ढिमरापुर चौंक जगतपुर रायगढ़
(2) अजय साव पिता कृपाराम साव 22 साल निवासी औरदा थाना पुसौर जिला रायगढ़
(3) आकाश कहरा पिता गंगा प्रसाद आदित्य (कहरा) 28 साल निवासी छोटे कोनी, थाना कोनी जिला बिलासपुर
(4) जुनैल खान पिता इदु खान उम्र 29 साल निवासी मौदहापारा थाना जूटमिल
(5) राकेश खुंटे पिता राजेश खुंटे उम्र 31 साल निवासी ग्राम औरदा थाना खरसिया
फरार आरोपियों के नाम :-
1. अजय यादव निवासी संस्कार स्कूल के पास बोदाटिकरा जूटमिल
2. नंदु लहरे निवासी बरतुंगा
3. जयनंद साहू निवासी खुर्सीपाली खरसिया

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