सुप्रीम कोर्ट से भी नहीं मिली नगर पालिका अध्यक्ष संतू लाल सोनकर को जमानत….
(मोहम्मद अलीम) : मुंगेली – मुंगेली नाली घोटाले मामले में फंसे भाजपा के नगर पालिका अध्यक्ष संतुलाल सोनकर की मुश्किलें अब बढ़ गई है, आरोप सिद्ध होने के बाद नगर पालिका अध्यक्ष संतू लाल सोनकर के द्वारा अग्रिम जमानत के लिए जिला सत्र न्यायालय में आवेदन दिया गया था जिसे जिला सत्र न्यायालय द्वारा खारिज कर दिया गया था, फिर उसके बाद छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में भी याचिका दायर की गई थी जिसे उच्च न्यायालय ने भी खारिज कर दिया उस के बाद सुप्रीम कोर्ट में भी अग्रिम जमानत की याचिका लगाई गई थी जिसे सुप्रीम कोर्ट ने भी अग्रिम जमानत याचिका को ख़ारिज कर दिया है। जिसे अब मुंगेली नगर पालिका अध्यक्ष की मुश्किलें और भी बढ़ गई है।
दरअसल पूरा मामला नगर पालिका मुंगेली के अंतर्गत परमहंस वार्ड का है जहा 17 लाख रुपए की लागत से एक नाली निर्माण किया जाना था जिसमे 13 लाख की राशि आहरण तो कर ली गई थी परंतु वार्ड में नाली निर्माण के लिए एक ईट तक नही रखी गई, इस मामले को लेकर जब वार्ड वासी एवं भाजपा के ही कुछ पार्षदों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा तो मुंगेली कलेक्टर अजीत वसंत द्वारा मामले की जांच कराई गई और जांच के दौरान मामले में सत्यता पाई गई जिससे लेकर मुंगेली कलेक्टर के द्वारा मुंगेली एसडीएम को नगर पालिका अध्यक्ष संतू लाल सोनकर, तत्कालीन सीएमओ विकास पाटले, नगर पालिका इंजीनियर, ठेकेदार के सहित अन्य 2 लोगों के ऊपर FIR कराने का आदेश दिया गया था। वही इस मामले में 21 अक्टूबर की रायपुर मंत्रालय में विभागीय सुनवाई भी होने वाली थी इस सुनवाई में नगर पालिका अध्यक्ष सन्तु लाल सोनकर को स्वयं उपस्थित होकर जवाब देना था परंतु वह इस सुनवाई में उपस्थित नही हुवे। क्योंकि उन्हें कही न कही यह डर था की मुंगेली सिटी कोतवाली पुलिस द्वारा कभी भी उनको गिरफ्तार कर सकती है। मंत्रालय की सुनवाई में उपस्थित नहीं होने के कारण उन्हें नगर पालिका अध्यक्ष पद से बर्खास्त भी किया जा सकता है। वहीं इस मामले में पाए गए आरोपी नगर पालिका अध्यक्ष संतू लाल सोनकर, तत्कालीन सीएमओ विकास पाटले, नगर पालिका इंजीनियर, ठेकेदार सहित अन्य 2 लोग के विरुद्ध थाना सिटी कोतवाली में एफ आई दर्ज है एफआईआर दर्ज होने के बावजूद मुंगेली पुलिस उनको पकड़ने में असमर्थ है और सभी आरोपी अभी तक फरारी काट रहे है। नगर पालिका अध्यक्ष पद की कुर्सी डगमगाता देख शहर के भाजपा कांग्रेस के पार्षद भी नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए काफी सक्रिय हो गए हैं नगर पालिका अध्यक्ष पद के दावेदारी दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।