बिलासपुर

मोपका मे जमीन हड़पने का खेल, अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की तहसीलदार ने ली क्लास, पीड़ितों का किया बयान दर्ज, दस्तावेज जब्त

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(आशीष मौर्य) : बिलासपुर – मोपका रामकृष्ण नगर में सरकारी कर्मचारी सहकारी गृह निर्माण समिति मर्यादित के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के खिलाफ समिति के सदस्यों ने मोर्चा खोल दिया है. कलेक्टर से हुई शिकायत के बाद तहसीलदार ने मामले की जांच शुरू कर दी है. तहसीलदार के नोटिस दिए जाने के बाद भी समिति के अध्यक्ष अशोक गोरख और उपाध्यक्ष संजय तिवारी जब तहसील कार्यालय उपस्थित नहीं हुए, तो तहसीलदार अतुल वैष्णव दल बल के साथ सरकारी कर्मचारी सहकारी गृहनिर्माण मर्यादित के कार्यालय जा पहुंचे, यहां उन्होंने अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की क्लास लगाई, कलेक्टर द्वारा जांच की जो बिंदु तय की गई है उससे संबंधित दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराने पर तहसीलदार ने अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को जमकर फटकार लगाई.

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समिति के कार्यालय में तहसीलदार के आने की जानकारी लगने पर पीड़ित सदस्य भी वहां पहुंच गए और अधिकारियों से अपनी पीड़ा व्यक्त की. अंजली मालाकार ने तहसीलदार को बताया कि समिति के उपाध्यक्ष संजय तिवारी उनसे पैसे की मांग करते हैं, नहीं देने पर जमीन को विवादित करने की धमकी भी देते हैं. जांच के दौरान पीड़िता ने कहा कि समिति के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष लोगों की जमीनों को हड़पने षड्यंत्र करते हैं और उन्हें परेशान करते हैं. तहसीलदार ने पीड़ित लोगों के बयान करने के निर्देश दिए, इस दौरान कई पीड़ितों के बयान दर्ज किए गए. इस दौरान राजस्व निरीक्षक निखिल कुमार झा,मोपका पटवारी अलोक तिवारी सहित जाँच दल के सदस्य उपस्थित रहे.

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एनओसी के नाम पर हो रही अवैध वसूली:- सरकारी कर्मचारी सहकारी गृह निर्माण समिति के सदस्यों ने बताया कि समिति के बायलॉज में साफ तौर पर लिखा गया है कि जमीन को बेचने के बाद उस जमीन का दोबारा एनओसी लेना जरूरी नहीं है. वही तहसीलदार अतुल वैष्णव ने भी साफ किया कि जहां तक एनओसी की बात है तो जमीन मालिक अपनी जमीन बेच सकते हैं, नामांतरण करा सकते हैं या मकान बना सकते है। इससे समिति की एनओसी की कोई जरूरत नहीं है।

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पीड़ितों का बयांन हुआ दर्ज :- जांच के दौरान तहसीलदार अतुल वैष्णव के समक्ष पीड़ित सदस्य भी उपस्थित हुए जिनमें संतोष सोनार, सौरभ विश्वकर्मा, मालती शर्मा, अंजलि मालाकार , महेश कुमार सहित कई पीड़ितों ने अपने बयान दर्ज कराएं. अपने परिवार के सदस्यों की तरफ से उपस्थित हुए इन लोगों ने कहा कि अध्यक्ष अशोक गोरख और उपाध्यक्ष संजय तिवारी उनकी जमीन को विवादित करने उसमें यह जमीन समिति की है लिखवा दिया है. वही एनओसी के नाम पर उनसे पैसे की मांग की जाती है. अधिकारियों के कान तक खड़े हुए जब जगमल चौक निवासी महेश कुमार ने कहां की जमीन के नाम पर उससे 7 लाख रुपये तक अवैध वसूली की जा चुकी है.

महेश कुमार

सदस्यों ने कि समिति भंग करने कि मांग :- तहसीलदार अतुल वैष्णव के समक्ष अपने बयान दर्ज कराने के बाद पीड़ितों ने एक अलग से आवेदन देकर समिति को भंग करने, और नए सिरे से चुनाव कराने की मांग की. गणित सदस्यों का आरोप है कि वर्तमान अध्यक्ष और व उपाध्यक्ष के द्वारा गलत तरीके से निर्वाचन कराकर वे पद में बने हुए हैं.

दस्तावेजों कि हुई जाँच :- जांच के दौरान तहसीलदार ने कई दस्तावेजों की मांग की, इसे दिखाने में उपाध्यक्ष संजय तिवारी के पसीने उड़ गए, समिति के उपाध्यक्ष संजय तिवारी ने दस्तावेज दिखाने तहसीलदार से समय मांगा, और कहा कि पेपर खोजने में समय लगेगा,तब तहसीलदार ने जवाब दिया कि किसी की जमीन मे बने निर्माण को तोड़ने और उसमे “यह जमीन समिति कि है.लिखवाने का आप लोगो के पास बहुत समय रहता है.

समिति के दस्तावेज जप्त :- तहसीलदार ने समिति के दस्तावेज को जप्त कर लिया है, बताया जा रहा है कि सरकारी कर्मचारी सहकारी गृह निर्माण समिति के द्वारा जो बीते 1 साल से जमीन के एवज में अवैध वसूली की जा रही थी, इस संबंध में कई पीड़ितों ने उपाध्यक्ष संजय तिवारी के वॉइस रिकॉर्डिंग भी जप्त करवाएं हैं, इसमें जमीन के एवज में पैसे कि मांग से लेकर जमीन की बिक्री करा देने तक की बातें हैं.

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