पूर्व मंत्री मोहले ने लगाया आरोप.. 1 नवंबर से धान खरीदी शुरू नहीं कर पा रही सरकार…न बोरों का पता है, ना राशि का..!
(शशि कोन्हेर) : मुंगेली – अपने को किसानों के हितैषी बताने वाली भूपेश बघेल सरकार 1 नवंबर से धान खरीदी शुरू नहीं कर पा रही है ना बोरे का पता है और ना राशि की। उपसमिति बैठक में खरीदी आदि पर निर्णय नहीं कर पा रही है किसानों को अपने हाल में छोड़ दी है ऐसी सरकार को चुल्लू भर पानी मे डूब मरना चाहिए। ये बातें पूर्व खाद्यमंत्री एवं विधायक पुन्नूलाल मोहले ने कही।
श्री मोहले ने आरोप लगाया कि भूपेश बघेल सरकार 1 नवंबर से धान खरीदी शुरू ना कर हाथ पर हाथ धरे बैठी है। किसानों का फसल कटाई मिजाई के बाद बिक्री हेतु तैयार है किन्तु धान खरीदी के लिए कोई व्यवस्था भूपेश सरकार ने नहीं की है। फसल तैयार हो जाने के बाद लेनदार किसानों को परेशान कर रहे हैं जिसके कारण किसानों को अपना धान औने पौने दाम में बिचौलियों व व्यापारियों को बेचना पड़ रहा है। इसके अतिरिक्त अन्य किसानों के धान खेत से सीधे खरीदी केंद्र पहुँचती थी और बिक जाती थी इसके कारण किसानों ने घर मे भंडारण करने अथवा धान रखने की कोठी आदि भी बनाना बन्द कर दिया था। ऐसे में उनकी फसल को रखने का स्थान नहीं है। खुले में रखने से पशु पक्षी व चोरी का डर है वहीं किराए की जगह पर रखने से अनावश्यक वित्तीय भार बढ़ेगा। इस कारण किसान अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। सरकार किसानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। ऐसी सरकार को चुल्लू भर पानी मे डूब मरना चाहिए। 15 साल के भाजपा शासनकाल में ऐसी स्थिति कभी नहीं हुई। सरकार ने नये खरीदी केंद्र खोलने की बात कही थी उसका भी कुछ पता नहीं है। सरकार असमंजस में है यह शर्म की बात है। किसानों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। श्री मोहले ने सरकार से मांग की है कि 1 नवंबर से धान खरीदी शुरू की जाए और किसानों की समस्याओं का हल किया जावे।