संतान की लंबी आयु और उनके सुखी जीवन के लिए माताओ ने रखा हलषष्ठी का व्रत….
(विजय दानिकर) : बिलासपुर – हलषष्ठी पर्व पर धर्म नगरी रतनपुर की महिलाओं ने संतान की स्वस्थ्य व लंबी दीर्घायु की कामना के लिए व्रत रखकर पूजा अर्चना की। वही पूजन के पश्चात परंपरा के अनुसार संतान के पीठ पर छः बार पोता मारकर उनकी दीर्घायु की कामना की गई।
आपको बता दे कि हर वर्ष भादों मास की षष्ठी तिथि को हलषष्ठी व्रत रखा जाता है. इस दिन भगवान कृष्ण के बड़े भाई बलराम का जन्म हुआ था. इस दिन महिलाएं अपने पुत्र की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं. कथा के अनुसार देवकी जी ने भी कारागार में रहकर नारद जी कथानुसार मा हलषष्ठी की व्रत पूजा कर भगवान श्रीकृष्ण जी को प्राप्त किया था। इसी तरह अन्य कथा का वर्णन भी सन्तान की दीर्घायु की कामना के लिए निकलती हैं।धर्म नगरी रतनपुर के महामायापारा, गाँधीनगर, मालिबाड़ी, बनिया पारा, सोनार पारा सहित कई स्थानों पर महिलाओं ने समूह बनाकर पूजा अर्चना की। इसके बाद में पसहर चावल का फलाहार,मुनगा सहित छः प्रकार की भाजी ग्रहण करते है।