क्या अफगानिस्तान में गठित हो सकती है, तालिबान की सरकार आज…? और कौन होंगे प्रमुख..?
(शशि कोन्हेर) : नई दिल्ली – अफगानिस्तान में अपना राज कायम करने के दो सप्ताह बाद तालिबान शुक्रवार की नमाज के बाद अपनी सरकार का गठन कर सकते हैं। रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले यह दावा किया गया है। तालिबान ने गत 15 अगस्त को राजधानी काबुल को अपने नियंत्रण में लिया। इसके बाद 30 अगस्त को अमेरिका की सेना इस देश से निकल गई। तालिबान का कहना है कि उसकी सरकार देश में शांति और स्थिरता लाएगी लेकिन उसके दावों के प्रति दुनिया संशय से देख रही है। फिलहाल, तालिबान किस तरह की सरकार का गठन करने वाला है, इस पर सभी की नजरें लगी हुई हैं।
ईरान की तर्ज पर सरकार का गठन हो सकता है
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि तालिबान अफगानिस्तान में ईरान की तर्ज पर सरकार बना सकता है। यानि कि यहां भी ईरान की तरह एक सुप्रीम लीडर हो सकता है। तालिबान के एक पदाधिकारी के हवाले से कहा जा रहाहै कि हैबीतुल्लाह अखुंदजादा को गवर्निंग काउंसिल का सुप्रीम लीडर बनाया जा सकता है। इस सुप्रीम लीडर के पास ही असीम शक्तियां होंगी। सुप्रीम लीडर के अधीन एक राष्ट्रपति काम करेंगे।
सर्वोच्च धार्मिक नेता का निर्णय अंतिम होता है
तालिबान के ‘सूचना एवं संस्कृति आयोग’ के वरिष्ठ अधिकारी मुफ्ती इनामुल्ला समांगनी ने बुधवार को कहा, ‘नई सरकार बनाने पर बातचीत लगभग अंतिम दौर में है और मंत्रिमंडल को लेकर भी चर्चा हुई।’ उन्होंने कहा कि अगले तीन दिन में काबुल में नई सरकार बनाने के लिए समूह पूरी तरह तैयार है। ईरान में नेतृत्व की तर्ज पर यह व्यवस्था की जाएगी जहां सर्वोच्च नेता देश का सबसे बड़ा राजनीतिक और धार्मिक प्राधिकारी होता है। उसका पद राष्ट्रपति से ऊपर होता है और वह सेना, सरकार तथा न्याय व्यवस्था के प्रमुखों की नियुक्ति करता है। देश के राजनीतिक, धार्मिक और सैन्य मामलों में सर्वोच्च नेता का निर्णय अंतिम होता है।