मुंगेली

बांकी कबडडी प्रीमियर लीग 2021 का हुवा समापन, रोमांचक मुकाबले में रोहरा ने गीधा को हराकर जीता खिताब…..

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(मोहम्मद अलीम) : मुंगेली / कबड्डी की कम होती लोकप्रियता को वापस पुनर्स्थापित करने के उद्देश्य से होल्हाबाग नवयुवा समिति के संरक्षण में सिद्धिविनायक समिति के द्वारा ग्राम बांकी में तीन दिवसीय प्रो कबड्डी लीग का आयोजन किया गया। उद्घाटन जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि सोनू चंद्राकर, जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजीत बैनर्जी और सरपंच संघ जिला अध्यक्ष रणजीत सिंह जी के आतिथ्य में हुवा। इस आयोजन में 32 टीमो ने हिस्सा लिया जिसमें रोहरा की टीम ने फाइनल मुकाबले में गीधा को 21-14 से हराकर खिताब जीता। जबकि तीसरा स्थान जैतपुरी ने और चौथा स्थान खेड़ा ने हासिल किया। समापन समारोह में मुख्य अतिथि जनपद पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि रामफल साहू, उपाध्यक्ष पवन पांडेय, पूर्व जनपद उपाध्यक्ष शिवप्रताप सिंह, जिला पंचायत सदस्य रजनी मानिक सोनवानी, ग्राम सरपंच रणजीत सिंह, जनपद सदस्य विजय साहू, जिला पंचायत प्रतिनिधि स्वप्निल साहू, भाजपा नगर महामंत्री रामशरण यादव, उपसरपंच रामनाथ यादव, पूर्व सरपंच रामकुमार साहू, पंच भोला पूरी होल्हाबाग नवयुवा समिति के संस्थापक रामपाल सिंह, संयोजक नागेश साहू और अध्यक्ष पवन निर्मलकर के आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि रामफल साहू ने बांकी के युवाओं को इस शानदार आयोजन के लिये बधाई देते हुवे कहा कि कोरोना काल में भी खिलाड़ियों का उत्साह कम नही हुवा है, खिलाड़ी स्पर्द्धा में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिए है जो सराहनीय है। उपाध्यक्ष पवन पांडेय ने कहा कि आज के समय में पढ़ाई के साथ साथ खेलों में भी कैरियर बनाने का अच्छा अवसर रहता है। उन्होंने क्रिकेट, कबड्डी सहित कई खेलों के खिलाड़ियों का उदाहरण देते हुवे प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया। बांकी के मालगुजार शिवप्रताप सिंह ने जीते हुवे खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी और हारी हुई टीम को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर ग्राम सरपंच रणजीत सिंह ने कबड्डी को शारिरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुदृण करने वाला खेल बताया साथ ही आयोजन की तारीफ करते हुवे कबड्डी जैसे पारम्परिक खेलों की ओर लौटने की बात कही। सिद्धिविनायक समिति के अध्यक्ष जीवेश गोस्वामी व उपाध्यक्ष रिंकू यादव ने आयोजन का उद्देश्य बताते हुवे कहा कि भारत प्राचीन काल से विभिन्न शारिरिक और मानसिक खेलों का गढ़ रहा है पर जब से क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ी है इन खेलों के अस्तित्व पर ही संकट खड़ा हो चुका है। हमारे देश के पारंपरिक खेलों में से एक कबड्डी के विरासत को आगे बढ़ाने की एक छोटी सी कोशिश हमारे द्वारा किया जा रहा है। इस आयोजन को सफल बनाने में मैच रेफरी बद्री सिंह राजपूत, सुरेन्द्र कश्यप, राधेश्याम राजपूत, मेलऊ मानिकपुरी, योगेश वर्मा का विशेष योगदान रहा। साथ ही होल्हाबाग नवयुवा समिति के संस्थापक रामपाल सिंह, भोला पूरी गोस्वामी, खेलावन यादव, नागेश साहू, पवन निर्मलकर, दिलीप पूरी, पप्पू पूरी, योगेंद्र साहू, मुकेश श्रीवास, योगेंद्र पूरी सिद्धिविनायक समिति के जिवेश पूरी, रिंकू यादव, भरत यादव, सुमित पूरी, श्यामसुंदर यादव, संजय यादव, रंजीत पूरी, संदीप यादव, अमित गिरी, सोम यादव, लोकेश श्रीवास, रमाकांत निषाद, गणेश यादव, सुभाष पूरी, कलेश्वर पूरी, तिलेश्वर निर्मलकर नवीन गिरी सहित सभी सदस्यों और ग्रामवासियों का योगदान रहा।

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