3 सालों से अपनी जोइनिंग के लिए भटक रहें, सहा. लोको पायलट के अभ्यर्थी, गुहार लगाने पहुंचे सांसद के पास: मिला सकारात्मक आश्वासन
(भूपेंद्र सिंह राठौर) : बिलासपुर – सहायक लोको पायलट की वर्ष 2018 में भर्ती प्रक्रिया पूर्ण करने वाले पेनल-2 के अभ्यार्थियों को नियुक्ती नहीं मिली है। परीक्षा व टेस्ट पास कर ज्वाइनिंग का इंतजार करने वाले अभ्यार्थियों ने रेलवे प्रबंधन पर आरोप लगाया है। अभ्यार्थियों ने कहा कि बिलासपुर बोर्ड ने वर्ष 2018 में सेंट्र्रल रेलवे के 336 रिक्त पदों के लिए भर्ति निकली थी। इनमें 142 अभ्यार्थियों को पेनल के आधार पर एसईसीआर में ज्वाइनिंग दे गई। वही बच गए 194 अभ्यार्थियों को सेंट्रल मुंबई भेज दिया गया था। लेकिन वहां के सीपीओ ने अभ्यार्थियों को यह कह कर चलता कर दिया कि सेंट्रल रेलवे में केवल 84 अभ्यार्थियों को ही जगह दी जाएगी। बाकी के अभ्यार्थी को हम ज्वाइन नहीं करा सकते। इसके बाद से सभी पात्र अभ्यर्थी 3 साल से नियुक्ति के लिए भटक रहे है। गुरुवार को अभ्यर्थी बिलासपुर सांसद अरुण साव से मिले और अपनी समस्या उनके सामने रखी, सांसद ने उनकी बातों को सुना जिसके बाद उन्होंने जोन के अधिकारियों से इस सम्बंध में चर्चा की।
अभ्यर्थियों ने बताया कि कुछ दिनों पूर्व उन्हें सूचना मिली थी कि बिलासपुर नागपुर रायपुर तीनों डिवीजन में 14 सौ से अधिक सहायक लोको पायलट के पद रिक्त है इसके बाद भी जोन के अधिकारी उनकी नियुक्ति नहीं कर रहे हैं। सांसद से मुलाकात के बाद मामले में क्या हल निकलता है यह देखने वाली बात होगी।
अभ्यर्थियो ने रेलवे अधिकारियों के समक्ष चेतावनी दी कि यदि उन्हें जोइनिंग नही दिया गया तो वे आमरण अनशन करने हेतु बाध्य होंगे, जिसकी जिम्मेदार रेलवे होगी।