02 दिवसीय फोरेंसिक इन्वेस्टिगेशन कार्यशाला का समापन….
(आशीष मौर्य) : बिलासपुर – राष्ट्रीय ई-कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन के पहले सत्र में वैज्ञानिक अधिकारी डॉ० दिनेश साहू फोरेंसिक बैलिस्टिक एवं फायर आर्म्स विषय पर व्याख्यान देते हुए विभिन्न प्रकार के फायर आर्म्स-गन, पिस्तौल, इंसास राइफल, देशी कट्टा, इम्प्रोवाइज्ड गन के बनावट, व्यवहार मारक क्षमता, भेदन शक्ति तथा फायर आर्स से आई चोटों के आधार पर घटना स्थल से फिजिकल ऐविडेस के कलेक्शन के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि विवेचना में फोरेंसिक बैलिस्टिक का बड़ा ही महत्वपूर्ण योगदान होता है।
दूसरे सत्र में डॉ. सुधीर यादव, विभागाध्यक्ष, फोरेंसिक साइंस डिपार्टमेंट, गुरू घासीदास विश्वविद्यालय ने युवाओं में नशे की लत विषय पर संबोधित कर कहा कि दवाई की मात्रा को बढ़ा दिया जाये तो जहर बन जाता है। कोडीन की अनाधिकृत बिक्री की पाबंदी पर जोर देते हुए कहा कि यह पहले खांसी की दवा के रूप में प्रयोग की जाती थी पर अब नशे में लत युवाओं को बर्बाद कर रही है एवं नशे के कारण आत्महत्या लगातार बढ़ रहे है।
डॉ० सुधीर यादव ने आर्जीमोन मैक्सीकाना जो सरसों से समानता रखता है प्रकृति से जहर है साथ ही आजकल युवाओं को पेंट में प्रयुक्त थिनर, सर दर्द में प्रयुक्त होने वाले सॉरीडॉन, डिस्प्रिन दवाओं से दूर रहने कहा।
न्यायपालिका की किमिनल जस्टिस सिस्टम में भूमिका विषय पर चर्चा करते हुए उच्च न्यायालय एडवोकेट शैलेष कुमार पाण्डेय ने कहा कि समाज को मुख्यधारा से जोड़ने में न्यायपालिका का उत्तरदायित्व है कि समाज के अंतिम वर्ग को न्याय मिल सके।
एडवोकेट श्री पाण्डेय ने लॉ को फोरेंसिक से संबंधित माननीय सर्वोच्च न्यायालय एवं उच्च न्यायलय के कई ऐतिहासिक जजमेंट के बारे विस्तारपूर्वक चर्चा की। श्री पाण्डेय ने फारसिक को प्रत्येक किमिनल इंवेस्टिगेशन्स केस में शामिल करने पर जोर दिया और बताया कि विवेचना में चैन ऑफ कस्टडी को किस तरह बनाये रखते हुए आरोपी को सजा दिलाई जा सकती है। साथ ही विवेचना में डीएनए एनालिसिस के आधार पर आरोपियों को हुई सजा के सबंध में भी माननीय सर्वोच्च एवं उच्च न्यायालय के कई निर्णयों पर चर्चा की।
पुलिस महानिरीक्षक रतन लाल डांगी (भापुसे) बिलासपुर रेंज एवं सरगुजा रेज के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में 02 दिवसीय फोरेंसिक इन्वेस्टिगेशन कार्यशाला सम्पन्न हुआ। आज के सेमिनार में बिलासपुर रेंज एवं सरगुजा रेज 180 पुलिस अधिकारियों एवं फोरेसिक के छात्रों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दीपमाला कश्यप एवं FIA के प्रमुख दिपेन्द्र बारमते एवं उनकी टीम मेम्बर का विशेष सहयोग रहा।