घटस्थापना के साथ मां महामाया मंदिर में 22,500 ज्योति कलश हुए प्रज्ज्वलित, इस आराधना के महापर्व में कड़े नियमो के साथ श्रद्धालुओ को कराया जा रहा है देवी के दर्शन…..
(विजय दानिकर) : बिलासपुर – रतनपुर स्थित मां महामाया मंदिर में भी मां दुर्गा की विशेष पूजा अर्चना आरंभ हो गई है। कोरोना के कारण इस बार यहां विशेष गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है। गुरुवार को 11:37 पर घट स्थापना की गई तो वहीं दोपहर 01:00 बजे ज्योति कलश प्रज्वलित किए गए।
07 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक कोविड-19 गाईडलाइन का पालन करते हुए श्रद्धालुओं को दर्शन करने दिया जा रहा है। इस दौरान उन्हीं श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश मिल पा रहा है जिनके पास वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट है या फिर आर टी पि सी आर रिपोर्ट की कॉपी है। मंदिर में बिना मास्क किसी को भी प्रवेश नहीं दिया जा रहा है, जिनके पास मास्क नहीं है उन्हें मंदिर समिति की ओर से मास्क उपलब्ध कराया जा रहा है।मंदिर में फूल माला, प्रसाद आदि चढ़ाने की अनुमति नहीं है। इन्हें प्रवेश से पहले ही निर्धारित स्थान पर जमा कराना पड़ रहा है। नवरात्रि पर पर महामाया मंदिर में सुबह 07:00 बजे से रात 10:00 बजे तक ही श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति है। यहां तक कि महासप्तमी की रात भी 10:00 बजे मंदिर का पट बंद कर दिया जाएगा। इसलिए मंदिर समिति की ओर से श्रद्धालुओं को कालरात्रि पर पद यात्रा न करने की अपील की गई है। वहीं सभी से कहा गया है कि केवल वे ही मंदिर दर्शन के लिए आए जिनके पास वैक्सीनेशन के सर्टिफिकेट हो।
इस वर्ष कोरोना को ध्यान में रखकर समिति द्वारा मेला, भागवत कथा प्रवचन, माता सेवा जगराता, 09 दिन तक चलने वाले निःशुल्क भंडारा स्थगित कर दिया है। इस वर्ष रतनपुर महामाया मंदिर में 22,500 ज्योति कलश प्रज्वलित किए गए हैं,जिसका श्रद्धालु वीडियो कॉलिंग के माध्यम से दर्शन कर सकते हैं। इसी प्रकार महामाया देवी का लाइव दर्शन यूट्यूब, फेसबुक आदि सोशल मीडिया के माध्यम से भी कराया जा रहा है। इस वर्ष रतनपुर महामाया मंदिर में 2600 घी के और 18,300 तेल के दिए प्रज्वलित किए गए हैं, जिनमें से 1600 आजीवन सदस्य वाले ज्योत भी हैं। 15 अक्टूबर विजयदशमी के अवसर पर यहां देवी का राजशी श्रृंगार किया जाएगा।