बिलासपुर

अपराधी जितना सोचता है उससे एक कदम आगे जाकर सोचे : आईजी बद्रीनारायण मीणा

(आशीष मौर्य के साथ सुशांत सिंह ठाकुर) : बिलासपुर – जल संसाधन विभाग के प्रार्थना सभा कक्ष में शुक्रवार को रेंजस्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. अपराधों के घटना स्थल सीन ऑफ़ क्राईम पर पाये जाने वाले भौतिक साक्ष्यों को वैज्ञानिक तरीके से संरक्षित/संकलित/पैकिंग/सीलिंग एविडेन्स कलेक्शन के डिमोंस्ट्रेशन के संबंध में विधि विज्ञान प्रयोगशाला के एक्सपर्टस द्वारा भौतिक साक्ष्य संकलन की बारीकीया बताई गयी।कार्यशाला का शुभारम्भ आईजी बद्रीनारायण मीणा ने किया.

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विवेचना में गुणवत्ता को बढ़ाने और वैज्ञानिक तरीकों के द्वारा घटनास्थल से एकत्रित साक्ष्यों के आधार पर अपराधियों की सीधे तौर पर संलिप्तता स्थापित कर सजा दिलाने,यूज़ ऑफ एविडेंस कलेक्शन बॉक्स विषय पर एक दिवसीय रेंज स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला का शुभारंभ पुलिस महा निरीक्षक बिलासपुर रेंज बद्रीनारायण मीणा ने किया. अपने मातहतों को संबोधित करते हुए आईजी ने कहा कि पुलिस की विवेचना में साइंटिफिक एविडेंस की कमी रहती है जिसका फायदा अपराधियों को मिलता है. आईजी ने कहा कि किसी भी प्रकरण में भौतिक साक्ष्य का अपना महत्व होता है. जिसका उचित उपयोग जरूरी है. उन्होंने इसकी महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रकरण में ज्यादा से ज्यादा वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्रित किए जाने से अपराधियों को सजा मिलती है. उन्होंने कहा कि अगर प्रकरण में साक्षी अच्छे से एकत्र नहीं किया गया, या फिर किसी विवेचना अधिकारी के द्वारा उसमें लापरवाही बरती गई तो उसमें भी जिम्मेदारी तय की जा रही है.

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कार्यशाला को संबोधित करते आईजी ने कहा कि हर पुलिस अधिकारी अपने आप को समय के हिसाब से अपग्रेड करें, समय की डिमांड के हिसाब से अपने आप को इंप्रूव करें. वही अपराधी जितना सोचता है उससे एक कदम आगे जाकर सोचे. यूज़ ऑफ एविडेंस कलेक्शन बॉक्स की जानकारी देते हुए आईजी ने बताया कि इसका सार्थक उपयोग कर अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा जा सकता है. यह भी कहा कि जाँच अधिकारियों को जितनी जानकारी होगी उसकी उतनी की पूछ परख होती है.

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कार्यशाला के दौरान बिलासपुर रेंज के सभी जिलों से राजपत्रित अधिकारी सहित विवेचना अधिकारी मौजूद रहे. आईजी ने स्पष्ट रूप से कहा कि अच्छे जांच का परिणाम अच्छा ही होता है. जांच अधिकारी पहले अपने आप में संतुष्ट हो जाए कि उनके द्वारा कि गई विवेचना पूर्ण है. तभी अपराधियों को सजा मिलेगी.कार्यशाला मे सहायक पुलिस महानिरीक्षक दीपमाला कश्यप, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर राजेंद्र जायसवाल, कोतवाली सीएसपी आईपीएस पूजा कुमार सहित रेंज से आए राजपात्रित अधिकारी और जाँच अधिकारी मौजूद रहे.

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