बिलासपुर

अपोलो अस्पताल की भीड़-भाड़ से कोविड-19 के संक्रमण का खतरा, एक बीमारी के इलाज के लिए पहुंचने वाले को दूसरी बीमारी होने का खतरा….

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(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर – शहर के कई अस्पतालों में कोविड-19 की गाइडलाइन का पूरा पालन किया जा रहा है। लेकिन अफसोस की जिले के सबसे बड़े अपोलो हॉस्पिटल इसे लेकर जोखिमपूर्ण लापरवाही बरती जा रही है। इस अस्पताल में सामने बने विशाल कक्ष हाल का नजारा बृहस्पति और शनि बाजार के माहौल से कम नहीं रहता। यहा कैंटीन में खुलेआम बिना किसी सावधानी के खानपान की चीजें बेची जा रहे हैं। वहीं इसी हाल में बने सेंट्रल रिपोर्ट सेंटर में दवा दुकानों में जिस तरह लोग एक दूसरे से सटे और धक्का-मुक्की करते हुए भीड़ में खड़े रहते हैं, उससे कोरोना संक्रमण के फैलने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। अस्पताल के सामने के बड़े हाल और जहां मरीजों के परिजनों के रुकने के लिए हाल बनाया गया है इन दोनों में ही सफोकेशन के कारण लोगों और खासकर मरीजों को ठीक से शुद्ध हवा नहीं मिल पा रही है। यहां वेंटिलेशन और एग्जास्ट की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। जिससे दवा दुकान और सेंट्रल रिपोर्ट सेंटर की भीड़ में खड़े लोग पसीने से तरबतर होते रहते हैं। वैसे भी किसी कंजूस व्यापारी की तरह लोगों और मरीजों की सुख सुविधाओं के बजाय अपनी कमाई के प्रति अधिक झुकाव वाले इस अस्पताल का रवैया शुरू से ही ऐसा रहा है।

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