गुरुघासीदास की जयंती पर GGU के मुख्य द्वार का हुआ उद्घाटन…..
(आशीष मौर्य) : बिलासपुर – गुरुघासीदास जी की जयंती पर केंद्रीय विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार का अतिथियों ने उद्घाटन किया, वही गुरुघासीदास जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर बाबा के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
गुरुघासीदास बाबा की 265वी जंयती के अवसर पर, गुरुघासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हुए, कार्यक्रम में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के अध्यक्ष डॉ अनिल सहस्बुद्धे मुख्यतिथिति के रूप में शामिल हुए, वही कार्यक्रम के अति विशिष्ट अतिथि विश्वविधालय अनुदान आयोग के संयुक्त सचिव डॉ जितेंद्र कुमार त्रिपाठी कार्यक्रम में दिल्ली से वर्चुवल जुड़े, साथ ही इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविधालय के कुलपति डॉ प्रकाश मणि त्रिपाठी और गुरुघासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आलोक कुमार चक्रवाल कार्यक्रम में शामिल हुए। आये अतिथियों ने पूजा पाठ कर मुख्य द्वार का उद्घाटन किया।पौधरोपण करने के बाद प्रवेश द्वार का फीता काटकर प्रवेश द्वार को सभी के आवाजाही के लिए खोल दिया गया।
मुख्य द्वार के उद्घाटन के बाद अतिथियों ने बाबा गुरुघासीदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया, पंथी नृत्य की घुन पर नर्तक दल, बाबा गुरुघासी दास के जयकारे का घोष करता रहा।
गुरु घासीदास न केवल एक संत थे बल्कि एक समाज सुधारक भी थे। आपको बता दें कि गुरु घासीदास का जन्म ऐसे समय हुआ जब समाज में छुआछूत, ऊंच नीच, झूठ-कपट का यह सब बहुत ज्यादा था।उस वक्त बाबा घासीदास ने ऐसे समय में समाज में समाज को एकता, भाईचारे तथा समरसता का संदेश दिया साथ ही समाज मने जागरूकता लाने का महत्वपूर्ण काम किया है। आज उनके जयंती के अवसर पर हम इनसे जुडी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी आपको देने जा रहे है। आइए जानते है…
गुरुघासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रवेश द्वार की भव्यता देखते ही बन रही थी। जयंती अवसर पर सभी ने बाबा गुरुघासीदास जी को याद किया और उनके बताए मार्ग और उनके द्वारा किये कार्य का अनुशरण करने का संकल्प लिया,इस दौरान विश्वविद्यालय के अधिकारी सही कर्मचारी और स्टाफ उपस्थित रहे।