छत्तीसगढ़

चोपड़ा भवन में पर्युषण पर्व का दूसरा दिन……कल्पसूत्र का वाचन,दादा गुरुदेव एवं मूलनायक की आरती, रात्रि में भक्ति संपन्न

Advertisement

(शशि कोन्हेर) :  बिलासपुर :  श्री जैन श्वेतांबर श्री संघ समाज के द्वारा परम पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व 2023 का सोमवार की सुबह विशेष पूजा, सामायिक, कल्प सूत्र का वाचन, शाम को प्रतिक्रमण एवं रात्रि में बच्चे, महिलाओं, पुरुषों के द्वारा कई जैन धार्मिक भक्ति प्रस्तुत किया गया । भक्ति गीतों में नवकार धुन मंत्र……ओ दादा तेरी रहमतों का दुआ….. जनम जनम का साथ है…… पारसनाथ आपके चरणों में….. भक्ति की है रात बाबा आज थाने आणो है….जैसे कई भक्ति प्रस्तुत किए गए ।

Advertisement
Advertisement


 पर्युषण महापर्व के दूसरे दिन तारबाहर स्थित चोपड़ा भवन में श्री जैन श्वेतांबर श्री संघ द्वारा कई धार्मिक आयोजन संपन्न हुए । समाज की श्रीमती शोभा मेहता एवं श्रीमती पुष्पा श्रीश्रीमाल द्वारा कल्प सूत्र का वाचन किया गया । रात्रि में भक्ति संध्या में समाज की महिलाओं ने एवं बच्चों ने भक्ति गीत प्रस्तुत किया गया । रात्रि में प्रवीण कोचर, अभिनव डाकलिया, प्रवीण गोलछा, अतुल्या कोचर, कविता मूनोत, सुनीता जैन, शिल्पी डाकलिया, चंचल छाजेड़ ने भक्ति गीतो से पूरे माहौल को भक्तिमय बना दिया ।

Advertisement

भवन में व्यवस्था संतोष चोपड़ा, आकर्षक लाइट अमित मेहता तुषार मेहता, म्यूजिक सिस्टम की तैयारी प्रवीण कोचर, अभिनव डाकलिया एवं समाज के महिलाओं के द्वारा प्रतिदिन पूजन की तैयारी एवं अन्य धार्मिक गतिविधियों में अपना पूर्ण समय दे रही है । साथी समाज के कई परिवारों में तपस्या करने वालों में कविता मुनोत का दूसरा उपवास, आराध्या कोचर का दूसरा एकासना, मेहता परिवार एवं चोपड़ा परिवार में भी बड़ी संख्या में तप तपस्या की जा रही है। समाज में ज्यादातर तपस्या लगातार 8 दिनों तक कई समाज के सदस्यों द्वारा किया जा रहा है।

Advertisement

इस अवसर पर समाज के  इंदर चंद बैद, नरेंद्र मेहता, सुभाष श्रीश्रीमाल, दिनेश मुनोत, रूपेश गोलछा, संजय छाजेड़, अजय छाजेड़, तुषार मेहता, भावना चोपड़ा, सुनीता जैन, शितेश बैद, राखी डाकलिया, सुषमा जैन, राजेश पारसमनी, अमरेश जैन, तृप्ति चोपड़ा, अपेक्षा चोपड़ा, अंजली मेहता सहित समाज के सदस्य उपस्थित थे।

*बोली का लाभ*

रात्रि में दादा गुरुदेव मंगलदीप आरती बोली दिनेश मुनोत एवं प्रवीण कोचर के परिवार को लाभ मिला। वही सुबह शांति कलश एवं आरती के बोली का लाभ रविंद्र जंदानी परिवार को मिला ।

Advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button