छत्तीसगढ़

मंडप सजाने के नाम पर नवजात साल पेड़ों की दी जा रही बलि

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(मुंन्ना पाण्डेय) : लखनपुर+(सरगुजा) : इन दिनों क्षेत्र में विवाहोत्सव की धूम मची हुई है। लिहाजा मंडप सजाने के नाम पर नवजात साल दरख्तो की  बलि बेरहमी से दी जा रही है।  साल पेड़ काट कर ले जाये जा रहे हैं।दरअसल विवाहोत्सव में साल पेड़ को स्थापित किया जाना प्राचीन परंपरा रही है।

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इसी दकियानूसी सोच के कारण प्रत्येक साल  तैयार होने वाले असंख्य साल पेड़ काट दिया जाता है। जो तैयार होने वाले पेड़ों की तबाही का कारण है।  जिससे जंगलों के सघनता, सुन्दरता तो प्रभावित होता ही है पर्यावरण पर  भी इसका सीधा असर होता है। अवैध कटाई तथा आगजनी के वजह से जंगलों के हरियाली को ग्रहण लगता जा रहा है।

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पेड़ों के सुरक्षा संरक्षण को लेकर किया जाने वाला विभागीय प्रयास हांफने लगा है। लोग  मंडप सजाने के नाम पर नवजात साल पेड़ों को बेरहमी से काट कर ले जा रहे हैं। यदि बात करें लखनपुर  बेलदगी कुंवरपुर,लोसगा लोसगी  गुमगराकला सहित तमाम वनखडो की तो इन दिनों मंडप सजाने के नाम पर साल पेड़ काटे जा रहे हैं।

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अवैध कटाई पर रोक लगाने हिफाजती वन अमला सक्रिय  है। बाद इसके गस्ती दस्ता के आंखों में धूल झोंक कर  साल पेड़ काट कर ले जाया जा  रहा है।  आने वाले समय में होने वाली पर्यावरण  तबाही का लोगों को तनिक भी ध्यान नहीं है। एक साल पेड़ के स्थापना अथवा साज सज्जा से भी विवाहोत्सव मुकम्मल हो  सकता है। परन्तु बेहिसाब पेड़ों का काटा जाना समझ के परे है।


  इस विषय में पूछे जाने पर वनपरिक्षेत्राधिकारी सूर्य कांत सोनी ने बताया – वन अमला वन खंडों में सतत निगरानी कर रही हैं पकड़े जाने पर  लोगों के उपर कार्यवाही भी हो रही है।

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