गोरखपुर में कारोबारी मनीष गुप्ता की हत्या के मामले में, 1-1 लाख के फरार आरोपी,सब इंस्पेक्टर और इंस्पेक्टर धरे गए
(शशि कोन्हेर) : गोरखपुर – यूपी के गोरखपुर में कारोबारी मनीष गुप्ता की कथित हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक पुलिसकर्मी घटना के समय एसआई के पद पर तैनात था जबकि दूसरा स्पेक्टर के पद पर था। जानकारी के अनुसार, मनीष गुप्ता मामले में दोनों पुलिसकर्मियों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था. गिरफ्तार किए गए एक आरोपी का नाम इंस्पेक्टर जेएन सिंह और दूसरे का नाम एसआई अक्षय मिश्रा है. दोनों को गोरखपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया. इसके बाद दोनों पुलिसकर्मियों को कानपुर एसआईटी के हवाले कर दिया गया है.
कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता अपने दोस्तों के साथ गोरखपुर के एक होटल में ठहरे हुए थे, जब पुलिसकर्मी उनके कमरे में दाखिल हो गए थे. इसके बाद उन्होंने कथित रूप से पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. इस मामले में गोरखपुर के छह पुलिसकर्मियों को आरोपी बनाया गया था. घटना के बाद से ही आरोपी फरार हो गए थे, जिसमें से दो को आज गिरफ्तार कर लिया गया. मामले की शुरुआत में फरार आरोपियों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित किया गया था, जिसे बाद में बढ़ाकर एक-एक लाख का कर दिया गया।
मामले के तूल पकड़ने के बाद विपक्ष ने योगी सरकार पर हमला बोला था. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी और अन्य परिजनों से मुलाकात की थी. बाद में सरकार ने मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी थी. हालांकि, केस को सीबीआई ने अब तक टेकओवर नहीं किया है. इसकी वजह से एसआईटी टीम पूरे मामले की जांच रही है.
एसआईटी ने मनीष की पत्नी और दोस्तों के बयान किए थे दर्ज
बीते दिनों कानपुर की एसआईटी टीम ने मनीष गुप्ता के दोनों दोस्तों के बयान दर्ज किए थे. कानपुर बुलाकर मनीष गुप्ता के दोनों दोस्तों के साथ-साथ एसआईटी ने मनीष की पत्नी मीनाक्षी का भी बयान दर्ज किया. गोरखपुर में मनीष गुप्ता हत्याकांड की जांच कर रही एसआईटी ने बीते बुधवार को कानपुर में मनीष गुप्ता के घर पर ही उनके दोनों दोस्त हरवीर और प्रदीप सिंह को बुलाकर बयान दर्ज किया.