लोफंदी गांव में सरकारी जमीन पर अवैध खुदाई कर रोज दादागिरी से 50-55 हाईवा भसुआ हो रहा पार, माइनिंग में बैठे 3 मुखबीर छापे की देते हैं पूर्व सूचना, सरपंच के मनाही की परवाह नहीं
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर । पता नहीं माइनिंग विभाग में ऐसे कौन से तीन कर्मचारी हैं जो अरपा किनारे बसे लोफंदी, कछार और सेंदरी में माइनिंग विभाग के छापे से पहले ही मुखबिरी कर देते हैं। जिससे अवैध खुदाई में लगी जेसीबी और हाईवा अधिकारियों के पहुंचने से पहले गायब हो जाते हैं। बिलासपुर रतनपुर मार्ग पर स्थित सेंदरी से लगे लोफंदी गांव में ही एक व्यक्ति के द्वारा गुंडागर्दी के दम पर सरेआम स्कूल के पास मिट्टी की अवैध खुदाई कर रोज 50 से 55 हाईवा हसुआ बेचा जा रहा है।
सरपंच समेत गांव की पंचायत उसे ऐसा करने से मना कर चुकी है। इसके बावजूद उसके द्वारा माइनिंग विभाग के जमीनी अफसरों और विभाग में बैठे गोलू गवाह मुखबीरों की वह पर बाहरी बाहुबली की धमकी चमकी के दम पर रोज अंधाधुंध अवैध खुदाई की जा रही है। एक ओर जहां माइनिंग विभाग सेंदरी कछार और लोफंदी गांव में अवैध खुदाई पर सख्त प्रतिबंध लगाने की कसमें खा रहा है। वही लोफंदी गांव में स्कूल से आगे धनुहार पारा के पहले अवैध खुदाई करने वाले गांव के ही एक सीनाजोर व्यक्ति के द्वारा 15 फीट से भी अधिक मिट्टी अवैध रूप से खोदी जा चुकी है। विभाग के अधिकारियों को अवैध खुदाई पर विराम लगाने के पहले अपने विभाग के गिरेबान और आस्तीन का पहले निरीक्षण कर देना चाहिए।
क्योंकि विभागीय मुखबीर और अवैध खुदाई करने वालों से लंबी रकम लेकर उन्हें प्रश्रय देने वाले अफसरों के बिना इस तरह सरेआम अवैध खुदाई और परिवहन सर्वथा असंभव है। अगर विभाग दो-तीन दिनों के भीतर इस मामले में कार्रवाई नहीं करता। तो हम अवैध खुदाई करने वाले लोफंदी के भसुआ चोर और उससे माल पानी लेकर मिलीभगत रखने वाले खनिज विभाग के सिपाहियों कर्मचारियों और चंद अफसरों के नाम प्रमाण और वीडियो फोटो सहित सार्वजनिक कर सकते हैं।