लगातार जागरूकता के बाद भी टीका लगवाने रुचि नही रहे हैं ग्रामीण, पूर्ण लक्ष्य की प्राप्ति के लिए करनी होगी और मेहनत…..
(विजय दानिकर) : दीपावली के बाद टीकाकरण शिविर पुनः प्रारंभ किया गया है। पहला टीकाकरण होने के बाद भी लोग दूसरा टीका लगवाने रुचि नहीं दिखा रहे हैं।टीकाकरण केंद्रो में प्राप्त मात्रा में कोविड-19 डोज भेजी जा रही है। जिससे पूर्ण वैक्सिंन के लक्ष्य को पूरा कर गांव को कोरोना महामारी से सुरक्षित किया जा सके।
बुधवार को ग्राम पंचायत खैरा में 150 डोज भेजा गया था,जिसमें से केवल 20 लोगों ने ही टीका लगवाया।वही बनाबेल 150 मे 20,बारीडीह 150 मे 30,पुडू 150 में 0 लोगों ने टीका लगवाया। ग्रामीणों की लापरवाही की वजह से ना चाहते हुए भी केंद्रों से कोविड-19 वापस भेजा जा रहा है। यदि पूर्ण वैक्सीनेशन के लक्ष्य को हासिल करना है तो प्रशासन को चरणबद्ध तरीके से काम करना होगा। जहां शिविर लगना है,वहां एक दिन पूर्व टीम तैयार कर टीका लगवाने समूह बनाना होगा ताकि केंद्र से एक भी वैक्सिंन वापस ना जा सके। तीसरी लहर आने के पहले यदि पूर्ण टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा नहीं किया गया तो आने वाला समय भयानक रूप ले सकता है। कोरोना महामारी की स्थिति सामान्य होते हैं लंबे समय के अंतराल के बाद सुचारू रूप से स्कूल का संचालन किया जा रहा है ताकि विद्यार्थियों की शिक्षा नीति की नींव को मजबूती दे सके। बावजूद इसके केंद्रों में शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जा रही है।जिससे विद्यार्थीयो की पढ़ाई पर भी असर पड़ रहा हैं।
समय आ गया है कि अब जनप्रतिनिधि भी अपने जनता को सुरक्षित रखने ठोस कदम उठाए। वार्ड अनुसार 18 वर्ष से अधिक आयु के लोग जो कोविड-19 टीकाकरण से परहेज कर रहे हैं,उन्हें चिन्हाकित करना होगा।इसके लिए वार्ड के जनप्रतिनिधि,युवा एवं वरिष्ठ जनों का सहयोग लेकर पूर्ण वैक्सीनेशन के लिए विशेष पहल करें।