बिलासपुर

देश का पहला दिशांत सेंटर, यूनिसेफ़ और सीएसजे का सामूहिक प्रयास, आईजी एसपी ने किया शुभारंभ

(आशीष मौर्य) : बिलासपुर – विधि के साथ संघर्षरत बच्चों के लिए पुनर्वास पुनरएकीकरण और समर्थन के लिए “दिशांत” की शुरुआत की गई है।अंतरराष्ट्रीय संस्था यूनिसेफ के द्वारा निजात अभियान के सहयोग से दिशांत की टीम काम करेंगी।आईजी और एसपी ने देश के पहले इस कक्ष का उदघाटन किया,जहाँ Juvenile Justice एक्ट के बच्चो की कॉउंसलिंग होंगी।

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बिलासपुर देश का पहला जिला होगा जहां दिशांत की शुरुआत की गई है।यहां किशोर न्याय अधिनियम के अपराध से जुड़े बच्चों की काउंसलिंग की जाएगी। यूनिसेफ के साथ मिलकर CSJ cousel to सिक्योर जस्टिस ने शनिवार को पुलिस सभा कक्ष मे कार्यक्रम का आयोजन किया। आईजी अजय यादव और एसपी संतोष कुमार सिंह ने इसे एक अच्छी पहल बताते हुए.JJ एक्ट के बच्चो के पुनर्वास की बात कही। आईजी अजय यादव ने इस दौरान दिशांत कक्षा का फीता काटकर शुभारंभ किया। यहां किशोर न्याय अधिनियम के छोटे सजा वाले बच्चों की काउंसलिंग की जाएगी,साथ ही उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का भी काम किया जाएगा।

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बिलासपुर जिले में निजात अभियान को मिली सफलता के बाद पुलिस अब विधि के साथ संघर्षरत बच्चों की भी कॉउंसलिंग करेगी. जिसका सार्थक परिणाम भी सामने आएगा।

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दिशांत कक्ष मे JJ एक्ट के बच्चो के लिए खेलने के सामान से लेकर उनके बौद्धिक विकास और संवर्धन के सारे संसाधन उपलब्ध है। आइजी और एसपी ने काम करने वाली संस्था को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है।

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डायवर्जन कार्यक्रम का उद्देश्य विधि के साथ संघर्षरत बच्चों  को महत्वपूर्ण सहायता और मार्गदर्शन प्रदान करना  है ताकि बच्चों के लिए सुरक्षित भविष्य तैयार किया जा सके। इसने बच्चों की कॉउंसलिंग एवं बेहतर मार्गदर्शन  लिए एक अलग सुरक्षित स्थान की आवश्यकता को रेखांकित किया जहां उन्हें संस्थागतकरण की आवश्यकता के बिना गतिविधियों में शामिल किया जा सके अतः *“दिशांत: नव नभ की ओर”*  का आज दिनांक 6 जनवरी 2024 को पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर ,पुलिस अधीक्षक बिलासपुर ,यूनिसेफ और सीएसजे के अधिकारियों द्वारा उदघाटन किया गया। इसके साथ ही डायवर्सन से सम्बंधित बिलासपुर में हुए कार्यक्रम की रिपोर्ट का विमोचन भी किया गया।

दिशांत की कल्पना कमजोर बच्चों के लिए मनोरंजक गतिविधियों की एक श्रृंखला की पेशकश करने वाले एक स्वर्ग के रूप में की गई है, साथ ही उन्हें स्वास्थ्य, शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, खेल और विभिन्न विकास संबंधी चिंताओं को पूरा करने वाले स्थानीय संसाधनों से भी जोड़ा गया है। इसके अलावा, यह बच्चों और उनके परिवारों दोनों के लिए एक परामर्शी मंच के रूप में कार्य करता है, जो विकास और समर्थन के लिए अनुकूल पारिवारिक माहौल को बढ़ावा देता है। 

संतोष सिंह एसपी बिलासपुर ने निजात अभियान के अंतर्गत किये गए डायवर्जन कार्यक्रम को रेखांकित करते हुए बताया कि सिस्टम में आये हुए विधि से संघर्षरत बच्चों के लिए दिशांत सेन्टर की आवश्यकता थी जहां  कॉउंसलिंग एवं अन्य गतिविधियों में बच्चों को डायवर्ट किया जा सके।

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