छत्तीसगढ़

निगेटिव रिपोर्ट आते तक कोरोना मरीजों को होम मॉनिटरिंग में रहना होगा, हेल्थ डायरेक्टर ने जारी किया निर्देश….

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रायपुर – होम मॉनिटरिंग के सबंध में दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। संचालनालय स्वास्थ्य सेवायें के संचालक ने राज्य के सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को आदेश जारी किए हैं। जिसमें कहा गया है की प्रदेश में कोविड-19 के धनात्मक मरीजों को घर में ईलाज करने की अवस्था में होम मॉनिटरिंग की मरीज की सज्ञा दी जाएगी। आप सब को विदित है कि वर्तमान समय में कोविड-19 का संक्रमण नये वेरियेट के साथ परिलक्षित हो रहा है। इस नपे वेरियट ओनिकोन को विश्व स्वास्थ्य संगठन एवं भारत सरकार द्वारा Variant of Concern (VOC) घोषित किया गया है। इस कोवि-19 का संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है तथा परिवार के एक सदस्य के बीमार होने पर परिवार के लगभग सभी सदस्य संक्रमित हो रहे हैं इसके साथ ही इस रिसे बच्चों में भी संक्रमण देखा जा रहा है। अतः ऐसी स्थिति में होम मॉनिटरिंग की आवश्यकता होगी जिसके लिए निम्नलिखित विन्दुओं का पालन किया जाना अत्यंत आवश्यक है।

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सभी प्रकरणों को 14 दिवस के लिए होम मॉनिटरिंग में रखा जाए। पॉजिटिव प्रकरणी के कॉन्टेक्ट्स को तब तक होम मॉनिटरिंग में रखा जाए जब तक जिले किये गये RTPCR कोविड जांच में उनके निगेटिव रिपोर्ट न आ जाए। कोविड-19नक मरीजों की होम मॉनिटरिंग में उपचार हेतु समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार व्यवस्था की जाये। होम मॉनिटरिंग में उपचारत व्यक्तियों की स्वास्थ्य मॉनिटरिंग के लिए स्वास्थ्य कर्मियों (ANM/MPW/MPS/Mitanin) के टीम की वार्डवार एवं ग्रामवार ड्यूटी लगाई जाये जिला स्तर पर स्थापित कंट्रोल रूम के द्वारा इन टीमों का मॉनिटरिंग की जाये। होम मॉनिटरिंग में उपचारत मरीजों को आवश्यकता पड़ने पर अस्पतालों में भर्ती किए जाने हेतु रेफर तथा परिवहन की व्यवस्था की जाये। जिले में विदेश यात्रा से आने वाले सभी व्यक्तियों को तब तक होम कारंटाइन में रखा जाए, जब तक जिले में किये गए जांच में उनके निगेटिव रिपोर्ट ना आ जाए।

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एन.आई.सी. द्वारा शीघ्र ही एक वेब पोर्टल / एप्प बनाया जा रहा है। इसके द्वारा होम मॉनिटरिंग की जायेगी। इस हेतु MPHS /ANM/MP//Mitamin आदि को प्रशिक्षण दिया जायेगा। होम मॉनिटरिंग में रहने वाले मरीजों का व्यवस्थापन निम्नानुसार किया जाना सुनिश्चित करे। जिले में होम मॉनिटरिंग हेतु एक कंट्रोल रूम की स्थापना की जाए जिसमे एक कंट्रोल ऑफिसर/नोडल ऑफिसर की नियुक्ति की जाए। इस टीम में डाटा एन्ट्री एवं डाटा संधारण हेतु एक डाटा मोनिटरिंग टीम की व्यवस्था की जाए। टेलीफोन कॉल के दौरान मरीज की स्थिति खराब होने की अवस्था में उन्हें तत्काल कोविद अस्पताल में भर्ती किये जाने की व्यवस्था की जाए।

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होम मॉनिटरिंग के मरीजों को आपातकालीन स्थिति में अस्पताल रेफर किये जाने की पूरी व्यवस्था स्थानीय खण्ड चिकित्सा अधिकारी / प्रभारी अधिकारी की होगी। स्थानीय स्तर पर स्थापित किये गये निगरानी दल को भी मरीज के स्वास्थ्य की स्थिति की निगरानी निरंतर करनी होगी तथा अस्पताल में रेफर किये जाने की अवस्था आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराना होगा। होम मॉनिटरिंग के प्रतिदिन रिपोर्टिंग को एक्सल-शीट में राज्य कार्यालय के IDSP शाखा को प्रेषित करना होगा।

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