कांग्रेसजनों ने प्रियदर्शनी स्वर्गीय इंदिरा गांधी तथा वल्लभ भाई पटेल का पुण्य स्मरण किया…..
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर – ज़िला कांग्रेस कमेटी ( शहर / ग्रामीण ) ने पूर्व प्रधानमंत्री शहीद श्रीमती इंदिरा गांधी जी की शहादत दिवस और प्रथम उप प्रधानमंत्री ,गृहमंत्री स्व सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती मनाई गई और उनके आदमकद प्रतिमाओ पर माल्यार्पण कर उनके कृतत्व और व्यक्तित्व पर कांग्रेसजनों ने विचार रखा, महापौर रामशरण यादव ने कहा कि श्रीमती गांधी एक निर्भीक और साहसी महिला थी, अपैक्स बैंक अध्यक्ष बैजनाथ चन्द्राकर ने कहा वानर सेना की माध्यम से स्वतंत्रता सेनानियों को मदद करती थी ,शहर अध्यक्ष विजय पांडेय ने कहा कि नेहरू जी और लालबहादुर शास्त्री ने विकास की जो नीव रखी उसमे श्रीमती इंदिरा गांधी ने मजबूत राष्ट्र को आकार दिया और आर्थिक ,रक्षा ,विदेश , नीति की नई इबारत लिखी , ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा कि इंदिरा गांधी का जीवन बड़े उतार चढ़ाव से भरा है ,उनका बाल्यावस्था सँघर्षपूर्ण था , बीमार मां, दादा-पिता देश की आज़ादी के लिए लड़ रहे थे अव्यवस्थित दिनचर्या ने उन्हें एक मजबूत लेडी के रूप में तराशा ,जो आगे चलकर निर्णय लेने की अद्भुत क्षमता विकसित किया संसदीय सचुव श्रीमती रश्मि आशीष सिंह ने कहा श्रीमती इंदिरा गांधी ने प्रधन्मन्त्री बनी तब देश अकाल की चपेट में था ,कांग्रेस के अंदर आपसी द्वंद चरम सीमा पर थी,पाकिस्तान षड्यंत्र में लगा हुआ था किंतु इन परिस्थितियों का बिना परवाह किये इंदिरा गांधी ने बड़े बड़े फैसले लिए ,14 बैंको का राष्ट्रीयकरण,हरित क्रांति ,श्वेत क्रांति से देश के अंदर खाद्यान्न की कमी को दूर करने का प्रयास किया ,विधायक शैलेष पांडेय ने कहा पोखरण में परमाणु परीक्षण और 1971 में पाकिस्तान का दो टुकड़ा कर विश्व पटल में भारत को एक शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में स्थापित किया ,प्रमोद नायक ने कहा कि इंदिरा गांधी ने देश के अंदर 1975 में सिक्किम का भारत मे विलय किया। वही पंजाब में पनप रहे अलगाववादियों को समूल नष्ट कर पंजाब में शन्ति की स्थापना की ,जिसका इंदिरा गांधी को बड़ी कीमत देनी पड़ी ,सिम्स परिसर में सैय्यद ज़फ़र अली,ज़िला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान ,राकेश शर्मा, राजेश पांडेय,अनिल सिंह चौहान ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल एक प्रखर राष्ट्रवादी थे ,जिन्होंने किसानों के हक में खेड़ा और बारडोली आंदोलन का नेतृत्व किया और अंग्रेजो को झुकना पड़ा ,उन्हें सरदार की उपाधि दी गई ,पटेल को भारतीय बिस्मार्क भी कहा जाता है ,प्रथम उप प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का थे ,जिन्होंने 560 रियासतों का एकीकरण किया,उनके कठोर निर्णय के कारण उन्हें लौहपुरुष भी कहा जाता है ,वर्तमान में कुछ सत्तालोलुप लोग उनकी छवि को धूमिल कर राजनीतिक लाभ लेने का कुत्सित प्रयास कर रहे है , कार्यक्रमो में महापौर रामशरण यादव, अपैक्स बैंक अध्यक्ष बैजनाथ चन्द्राकर, शहर अध्यक्ष विजय पांडेय, ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी,संसदीय सचिव श्रीमती रश्मि आशीष सिंह, विधायक शैलेष पांडेय,ज़िला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान,ज़िला सहकारी बैंक अध्यक्ष प्रमोद नायक, योग आयोग सदस्य रविन्द्र सिंह, प्रवक्ता अभय नारायण राय,सैय्यद ज़फर अली,नरेंद्र बोलर,राजेन्द्र साहू,राजेश पांडेय,राकेश शर्मा,ऋषि पांडेय,सुभाष ठाकुर,हरीश तिवारी,शिवा मिश्रा,एसपी चतुर्वेदी, सन्दीप दुबे,अब्दुल सलीम कुरैशी, गंगाराम लस्कर ,सीमा पांडेय,जावेद मेमन,अरविंद शुक्ला,विनोद साहू,मोती ठारवानी,नसीम खान,सन्ध्या तिवारी ,शहज़ादी कुरैशी,स्वर्णा शुक्ला,प्रियंका यादव,परदेशी राज,साई भास्कर, सैय्यद निहाल, तजम्मुल हक,शैलेन्द्र जायसवाल,काशी रात्रे,भरत कश्यप,सुबोध केसरी,सरिता शर्मा ,किरन कश्यप,चित्र लेखा कंस्कर, तहरिमा,पुष्पेंद्र साहू,अनिल शुक्ला,अनिल चौहान,अनिल पांडेय,आशा सिंह,जयपाल निर्मलकर,शेख असलम,सुदीप आस्टिन, अभिलाष रजक,पिंकी बत्रा,रामदुलारे रजक, आदेश पांडेय,संजय यादव,अशोक ,रामचन्द्र क्षत्री,सुनील पांडेय,सुनील शुक्ला,मनोज शर्मा,मनोज शुक्ला,किशोरी लाल,अफ़रोज़ खान,सतीश गोयल,अखिलेश गुप्ता,अमीन मुगल,शंकर कश्यप,अतहर खान,राजेन्द्र सारथी,वीरेंद्र सारथी,पवन चन्द्राकर,चेतनदास मानिकपुरी,रामप्रसाद साहू,प्रशांत पांडेय,चंद्रहास शर्मा,चंद्रहास केशरवानी, माधव ओत्तालवार, त्रिभुवन कश्यप,एसएल रात्रे,ब्रजेश साहू, दिनेश मुदलियार,शिवा मुदलियार,शमशेर केटी, श्याम पटेल,राजेन्द्र वर्मा,उमेश वर्मा उमेश कश्यप,अमृत आनन्द,अन्नपूर्णा ध्रुव,उतरा सक्सेना,पूना राम कश्यप,सूर्यमणि तिवारी,आशु शर्मा,सत्येंद्र तिवारी,राजेश शर्मा,आदि उपस्थित थे।