कांग्रेस पदाधिकारियों ने थोक में दिया इस्तीफा, अपने ही विधायक पर मढ़ रहे हैं आरोप…..
गरियाबंद – सच क्या यह तो पीसीसी तक पहुंचे इस्तीफा व उसके बाद की कार्यवाही तय करेगी लेकिन गरियाबंद जिले के कांग्रेस पदाधिकारी बड़ी संख्या में अपना इस्तीफा जिला अध्यक्ष के माध्यम से प्रदेश संगठन को भेज दिए हैं। जिसकी जानकारी आने से पार्टी के भीतर खलबली मच गई है इसलिए कि इन पदाधिकारियों ने अपने ही पार्टी विधायक पर गंभीर आरोप लगाया है कि भ्रष्टाचार के आरोप में कोपरा ग्राम पंचायत की महिला सरपंच घिरी हुई हैं और विधायक उन्हे समर्थन दे रखे हैं इससे पार्टी की बदनामी हो रही है इसलिए वे पार्टी से इस्तीफा दे रहे हैं। इस्तीफे की फोटो प्रति मीडिया तक तो पहुंच चुकी है लेकिन पीसीसी ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है। बताया जा रहा हैै कि इस्तीफा देने वालों में जिला व ब्लाक के पदाधिकारी भी शामिल हैं। इन्होंने अपना इस्तीफा जिला कांग्रेस कमेटी गरियाबंद के अध्यक्ष भावसिंग साहू को सौंपा हैं। इस्तीफे की पुष्टि जिला कांगे्रस कमेटी के महामंत्री राजेश यादव ने की हैं।
इस्तीफा पत्र में लिखा गया है कि ग्राम पंचायत कोपरा में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरोध में लड़ रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं और सदस्यों को पार्टी पदाधिकारियों और विधायक अमितेष शुक्ल का सहयोग नहीं मिल रहा है. जिस कारण कांग्रेस जन हताश होकर पार्टी के पद और कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे रहे हैं। कोपरा पंचायत का यह मामला काफी पुराना हैं, उस समय मामला उजागर होने के बाद पंचायत के सचिव को तत्काल में हटाया दिया गया था लेकिन सरपंच पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
राजेश यादव जिला कांग्रेस महामंत्री, मोतीलाल साहू जिला कांग्रेस महामंत्री, ठाकुर राम साहू आमंत्रित सदस्य जिला कांग्रेस गरियाबंद अध्यक्ष शाला प्रबंधन समिति शासकीय उच्चतर माध्यमिक कोपरा, साहू सदस्य स्कूल शाला समिति कोपरा, समन सिन्हा सक्रिय कांग्रेस कार्यकर्ता सदस्य शाला प्राथमिक विद्यालय समिति कोपरा के साथ दर्जनों कांग्रेस सदस्यों ने इस्तीफा पत्र में हस्ताक्षर किया है। इस्तीफे की प्रति छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के प्रभारी पीएल पुनिया, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम, प्रभारी मंत्री गरियाबंद जिला अमरजीत सिंह भगत, विधायक अमितेश शुक्ला, जिला अध्यक्ष भावसिंग साहू और फिंगेश्वर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष रुपेश साहू को भेजा गया हैं।