पटवारियों की ना नुकुर और रुपए मांगने की शिकायतें बिल्कुल बर्दाश्त नही होगी : डॉ सारांश मित्तर
(इरशाद अली संपादक लोकस्वर टीवी) : बिलासपुर – कोरोना वायरस का मामला कमजोर होते ही एक बार फिर से कलेक्टर कार्यालय के मंथन सभा कक्ष में कलेक्टर जन चौपाल लगने लगी है। टी एल की मीटिंग के बाद कलेक्टर डॉ सारांश मित्तर ने जन चौपाल में अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचे नागरिकों की बातों को गंभीरता के साथ सुना एक-एक कर आए हुए फरियादियों से न सिर्फ उन्होंने चर्चा की बल्कि उनकी समस्या के समाधान को लेकर आश्वस्त भी किया।इस दौरान बेलगहना क्षेत्र के एक पटवारी के द्वारा प्रतिवेदन बनाकर फरियादी को न दिए जाने के मामले को कलेक्टर ने काफी गंभीरता से लिया है उन्होंने एसडीएम कोटा और तहसीलदार खांडे को स्पष्ट रूप से चेतावनी देते हुए कहा है कि 2 दिनों के अंदर आवेदक की समस्या का समाधान हो जाना चाहिए नहीं तो संबंधित पटवारी को नोटिस जारी किया जाए।कलेक्टर ने सभी एसडीएम और तहसीलदारों से यह भी कहा कि इस तरह की पटवारियों की शिकायत वे कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि रुपए पैसे लेने की शिकायतें भी मुझ तक नहीं पहुंचनी चाहिए। जनचौपाल में एक दो अधिकारियों के मौजूद न रहने पर भी उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए तत्काल अधिकारियों को मंथन सभा कक्ष में मौजूद होने का फरमान जारी किया।
देखते-देखते गैरहाजिर अधिकारी मंथन सभा कक्ष में पहुंच गए। कलेक्टर को एक ऐसी भी शिकायत मिली जिसमें किसी पेट्रोल पंप का संचालन बिना एक्सप्लोसिव लाइसेंस के हो रहा है।हालांकि फ़ूड अधिकारी ने इस तरह की शिकायत को निराधार बताया मगर शिकायतकर्ता के दावे को देखते हुए कलेक्टर ने फ़ूड अधिकारी से 2 दिन में संबंधित पेट्रोल पंप के एक्सप्लोसिव लाइसेंस को दिखाने को कहा है। पहले ही दिन अधिकारियों को लगभग 30 आवेदन मिल गए।इस दौरान कई समस्याओं का मौके पर ही अधिकारियों की मौजूदगी में समाधान करने निर्देशित किया गया। पहले दिन के इस चौपाल में विभिन्न विभागों से संबंधित लगभग अधिकांश अधिकारी मौजूद रहे।