ग्रामीण दशहरा में एक और रावण हुआ भस्मी भूत….
(मुन्ना पाण्डेय) : लखनपुर- (सरगुजा) – देश के कोने कोने में दशहरा उत्सव हर्षोल्लास के साथ दो रोज पहले मनाया गया वहीं सरगुजा के ग्रामीण इलाकों में शुक्रवार को विजयादशमी पर्व मनाये जाने की धूम रही इसी कड़ी में ब्लाक लखनपुर के ग्राम पंचायत नरकालो नवापारा में रिति रिवाज के साथ दशहरा मनाया गया । बुराई पर अच्छाई के जीत का प्रतीक रावण दहन भी बाकायदा किया गया। क्षेत्र में अम्बिकापुर लखनपुर के बाद नवापारा खेल मैदान में आख़री रावण जलाये जाने के रस्म को अंजाम दिया गया। इस मौके पर दशहरे मेला में काफी भीड़भाड़ देखी गई।
दशहरा मेला में दूरदराज इलाकों से आये दर्शकों ने दशहरे का लुत्फ उठाया। सिलसिलेवार एक के बाद एक रावण पुतलों को जलाये जाने के बाद धार्मिक तर्क के आधार पर अच्छाई बुराई सत्य असत्य के बारिकियों को लोगों ने जाना वक्ताओं ने अपने अभिभाषण में कहा कि रामायण में वर्णित रावण के अंहकार अभिमान, दुष्विचार के पृष्ठभूमि में पूतला फूंकने के रस्मों रिवाज को समाज के बीच अख्तियार किया गया। प्रत्येक्ष या अप्रत्येक्ष रूप से फैले समाज में रावण रूपी बुराईयों को जलाकर भस्म किये जाने के पीछे अच्छाई बुराई को आम जनमानस को समझने ममझाने का एक मकसद है ताकि लोग अच्छे बुरे को समझ सकें। रावण दहन करने के पीछे अच्छाई को जानने का पैगाम जनजन तक पहुंचे रावण दहन का यही उद्देश्य रहा है । क्षेत्र में रावण दहन कार्यक्रम के मुख्य अतिथियों ने अलग अलग अंदाज में शब्दों को बांध कर जनसमुदाय के बीच पेश किया परन्तु सबके कहने का मतलब सिर्फ बुराई का समूल नष्ट किया जाना था। फिलहाल ग्राम अमगसी नवापारा के अलावा अन्य दूसरे गांवों में साल का विजयादशमी पर्व सम्पन्न हुआ।