मेंड्रा में अनूप चड्डा कर रहे है अरबों की अवैध प्लाटिंग….इधर तहसीलदार साहब कह रहे है हमको मालूम नही….!
बिलासपुर – जिले में अवैध प्लाटिंग के मामले बढ़े हैं। हालात यह है कि शहर के आउटर से लेकर गांवों तक बिना अनुमति व ले-आउट एप्रूवल के कृषि भूमि और पट्टे की भूमि पर 100 से ज्यादा जगहों पर अवैध प्लाटिंग की जा रही है। इसमें सत्ताधारी, विपक्ष, विधायक और अफसरों की भी मिलीभगत होने की बात कही जा रही है। जिनके बलबूते पर सरकारी जमीन को भी निजी बनाकर खरीदा और बेचा जा रहा है। वर्तमान में तखतपुर विधानसभा के सकरी तहसील अंतर्गत ग्राम मेंड्रा में अनूप चड्डा पिता प्रतापनाथ द्वारा अरबों रुपए की जमीन पर अवैध प्लाटिंग की जा रही है। यहां तकरीबन 150 एकड़ जमीन है। इसमें कुछ भूमि कृषि और कुछ जमीन ग्राम पंचायत से पट्टे पर ली गई है। अभी 50 एकड़ में ही प्लाटिंग काट कर उसमें सड़क, नाली का निर्माण कर उसे टुकड़े में बेचा जा रहा है। जमीन का रेट 599 रुपए प्रति वर्गफूट रखा गया है। मामले की दर्जनों बार शिकायत हो चुकी है, लेकिन इस अरबों की अवैध प्लाटिंग में सत्ता, विपक्ष के नेता, और अफसरों की सह के चलते किसी तरह की कार्रवाई नहीं हो रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि अनूप चड्डा धड़ल्ले से पट्टे और सरकारी जमीन को बेच रहे हैं।
रेरा अध्यक्ष के निर्देश को अफसरों ने सुना, लेकिन अमल नहीं : एक दिन पहले मंथन सभाकक्ष में रेरा के अध्यक्ष विवेक ढांड ने साफ शब्दों में कह दिया कि जो भी बिल्डर अवैध प्लाटिंग कर रहे हैं। उनसे शपथ पत्र लें कि वो भविष्य में कभी भी अवैध प्लाटिंग नहीं करेंगे। अफसरों ने रेरा अध्यक्ष ढांड की बातों को प्रवचन की तरह सुन लिया, लेकिन इस पर अमल करने के लिए कोई प्रयास अभी तक शुरू नहीं किया गया है।
डेढ़ किमी दूर अरबों की अवैध प्लाटिंग सकरी तहसीलदार बोले – मालूम नहीं : सकरी तहसीलदार का कहना है कि अब तक उनके पास चड्डा की अवैध प्लाटिंग का शिकायत ही नहीं पहुंचा है। उन्होंने तो यह बात बताई कि वह जमीन पट्टे की है और उन्हें इस जमीन का नामांतरण करने का अधिकार नहीं है। तहसीलदार के बयान से स्पष्ट है कि उन्हें मामले की पूरी जानकारी है और वे जानबूझकर अंजान बन रहे हैं। बता दें कि तहसील कार्यालय से अवैध प्लाटिंग स्थल की दूरी महज डेढ़ किलोमीटर है।
बंगलो साइज का काट लिया है प्लाट : मेंड्रा की इस अवैध प्लाटिंग में सामान्य साइज से बड़े – बड़े प्लाट काटे गए हैं। इसे चारों ओर से बाउंड्रीवॉल से घेरा गया है। मेन इंट्रेंस गेट, बोर, सीसी रोड, नाली और पौधे लगाकर पूर्ण डेवलपमेंट कराकर वहां बंगलो साइज का प्लाट काटकर बेचा जा रहा है। शहर के जाने-माने लोग यहां प्लाट खरीदकर इनवेस्ट कर रहे हैं।
मेंड्रा में सरकारी और पट्टे की जमीन के साथ ही ईडब्ल्यूएस के लिए सुरक्षित जमीन की भी खरीद – ब्रिक्री की जा रही है। इसमें खसरा नंबर 37/2 हेक्टेयर 0.8090, खसरा नंबर 40/8 हेक्टेयर 0.4050, खसरा 40/14 हेक्टेयर 0.8090, खसरा 40/13 हेक्टेयर 0.8090, खसरा 37/9 हेक्टेयर 1.7150, खसरा 37/10 हेक्टेयर 1.5940 शामिल हैं, जो कृषि और नीलामी पट्टे की भूमि है।