बिलासपुर

चोरी की जांच कर उत्तर प्रदेश से लौट रहे टीआई ही हुए चोरों के शिकार…सारनाथ एक्सप्रेस से रिवाल्वर और 10 कारतूस भरा बैग हुआ पार

(भूपेंद्र सिंह राठौर) : बिलासपुर – चोरी की जांच कर उत्तरप्रदेश से लौट रहे टीआई ही चोरों का शिकार बन गए। छपरा-दुर्ग सारनाथ एक्सप्रेस से अज्ञात चोरो ने उनका ट्राली बैग पार कर दिया। घटना मंगलवार देररात की है। बैग के अंदर उनका सर्विस रिवाल्वर और 24 जिंदा कारतूस था। इनमें से 10 कारतूस रिवाल्वर में लोड था। बिलासपुर स्टेशन पहुंचकर टीआई ने जीआरपी थाने में घटना की लिखित रिपोर्ट लिखाई। चूंकि घटना दूसरी जगह की है। इसलिए जीआरपी ने शून्य में अपराध दर्ज कर लिया है। केस डायरी संबंधित जीआरपी थाने को भेजी जाएगी।

ओडिशा जिले बलांगीर निवासी शुरूबाबू (46) जिला संबलपुर स्थित थाना शासन में टीआई के पद पर पदस्थ है। उनके थाना क्षेत्र अंतर्गत चोरी की बड़ी घटना हुई थी। अज्ञात चोरों ने किसी घर का ताला तोड़कर चोरी की और फरार हो गए। इस मामले की जांच चल ही रही थी। तभी यह जानकारी मिली कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खेरी में पुलिस ने कुछ चोरों को गिरफ्तार किया है। उनके थाना क्षेत्र में हुई घटना से तार जुड़े होने के संदेह पर निरीक्षक दो अन्य आरक्षक दिलेश्वर प्रधान व मिनकेतन घरुवा के साथ 22 फरवरी को ही उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खेरी के लिए रवाना हो गए। पूछताछ व जांच के बाद मंगलवार को तीनों वापस लौट रहे थे। उनका रिजर्वेशन 15159 छपरा-दुर्ग सारनाथ एक्सप्रेस में था। वह बी- 2 कोच की बर्थ नंबर 66 में प्रयागराज से बिलासपुर तक यात्रा कर रहे थे और यहां पहुंचने के बाद दूसरी ट्रेन से संबलपुर जाते। यात्रा के दौरान उन्होंने एक ट्राली बैग भी रखा था। जिसके अंदर उनकी वर्दी, टोपी, जूता के अलावा एक 9 एमएम पिस्टल (10 राउंड भरा हुआ मैगजीन) व एक अलग से डिब्बे में 14 जिंदा कारतूस अनुमानित कीमत 20 हजार रखे हुए थे। सामान को देखते हुए उन्होंने ट्राली बैग को बर्थ नंबर 68 के नीचे चेन से बांधा और ताला भी जड़ दिया।

इसके बाद वह सामान्य यात्री की तरह बर्थ में सो गए। थोड़ी देर बाद उनकी आंख लग गई। बुधवार की सुबह 5:30 बजे जब उनकी नींद खुली तो ट्रेन पेंड्रारोड रेलवे स्टेशन में खड़ी थी। इस बीच उनका ध्यान सबसे पहले ट्राली बैग पर गया, लेकिन बैग नहीं था। इससे वह हड़बड़ा गए और आरक्षकों को जगाया। इसके बाद तीनों ट्राली बैग की तलाश करने लगे। स्टेशन व ट्रेन के प्रत्येक कोच की जांच की, लेकिन उन्हें ट्राली बैग के साथ कोइ भी नजर नहीं आया। उन्हें माजरा समझ आ गया कि उनकी नींद का फायदा उठाकर अज्ञात चोरों ने बैग पार दिया। वह इस घटना से सबसे ज्यादा चिंतित इसलिए है क्योंकि ट्राली बैग के अंदर सर्विस रिवाल्वर व कारतूस के अलावा उनकी वर्दी भी थी। वह परेशान होकर वापस में बर्थ में बैठ गए। ट्रेन जब बिलासपुर रेलवे स्टेशन पहुंची तो हड़बड़ाते हुए सीधे जीआरपी थाने पहुंचे और घटना की विस्तृत जानकारी दी। मामले में जीआरपी ने शून्य में अपराध दर्ज किया है।

प्रार्थी निरीक्षक ने लिखित शिकायत में शहडोल से जैतहरी रेलवे स्टेशन के बीच ट्राली बैग चोरी होने की आशंका जताई है। उनके बयान के आधार पर ही जीआरपी ने शून्य की केस डायरी को शहडोल जीआरपी को भेजने का निर्णय लिया है।

इस घटना की खबर से सभी जीआरपी थानों में हड़कंप मचा हुआ है। केस डायरी गुरुवार को भेजी जाएगी, लेकिन बिलासपुर से इस घटना की मौखिक सूचना शहडोल जीआरपी के अलावा अन्य जीआरपी थाने को भी भेजी गई है। ताकि उनके द्वारा जांच शुरू कर दी गई। सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले गए है। आरपीएफ को भी जानकारी मिलने के बाद उन्होंने अपने स्तर पर मामले की छानबीन शुरू कर दी है। एक-दो दिनों के भीतर आरोपितों के पकड़े जाने की संभावना भी जताई जा रही है।

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