लुधियाना से 82 लाख की विद्युत शव दाह मशीन पहुची शहर, सरकंडा और मधुबन मुक्तिधाम में लगेगी….
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर – शहर के तीन मुक्तिधामों में जल्द ही विद्युत शवदाह गृह का तैयार हो जाएंगे। शुक्रवार को शहर में के दो मुक्तिधामो के लिए मशीन आ गया है। इसके लिए एक करोड़ 24 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं। महापौर रामशरण यादव ने बताया कि शहर के सरकंडा और मधुबन मुक्तिधाम में लगाने के लिए लुधियाना से 2 विधुत शव दाह मशीन मंगाई गई है एक मशीन की कीमत 41 लाख रुपये की हैं।
महापौर यादव ने निगम इंजीनियरों और कर्मचारियों को जरूरी निर्देश देते हुए तय समय पर और व्यवस्थित ढंग से इस मशीन को लगवाने का काम को अंजाम देने की बात कही। मेयर यादव ने इन मुक्तिधामों में विद्युत शवदाह गृह स्थापना के लिए एसईसीएल से डेढ़ करोड़ की मांग रखी थी। एसईसीएल ने इसके लिए एक करोड़ 24 लाख रुपये देने की स्वीकृति दी जिसके बाद लधियाना से 2 मशीन 82 लाख रुपए की लागत से मंगाया गया है। वहीं अब मशीन को लगाने का काम जल्द ही शुरू करने का निर्णय लिया गया है। महापौर यादव ने बताया शहर की बढ़ती आबादी के बीच मुक्तिधामों में शवों के अंतिम संस्कार को लेकर समस्या पहले से ही है। दूसरी ओर कोरोना काल में मृतकों की संख्या भी बढ़ती जा रही है मुक्तिधामों में अधिक शव पहुंच जाने के कारण परिजनों को दाह संस्कार के लिए इंतजार करना पड़ता है। कभी-कभी तो काफी समय लग जाता है। इन समस्याओं को दूर करने ही शहर के तीनों मुक्तिधामों में निगम ने विद्युत शवदाह गृह की योजना बनाई है। यहां विद्युत शवदाह गृह बन जाने से दाह संस्कार क्रिया में समस्या नहीं आएगी।
15 दिन बाद भारतीय नगर मुक्तिधाम के लिए भी आ जाएगा मशीन : विधुत शव दाह मशीन के अलावा अस्थि लॉकर Mकी व्यवस्था की जाएगी, जिसमें सामान्य के साथ कोरोना प्रभावित मृतकों की अस्थियां रखी जाएंगी, जिसे बाद में उनके परिजनों को सौंप दिया जाएगा। शुक्रवार को 2 मशीन आ गए हैं। जिसे सरकंडा और मधुबन मुक्तिधाम में लगाया जाएगा। 1 और मशीन 15 दिन के बाद आने की संभावना है जिसे भारतीय नगर मुक्तिधाम में लगाया जाएगा जिसके बाद शहर के तीन मुक्तिधामो में विधुत शव दाह मशीन की स्थापना हो जाएगी।
40 मिनट में हो जाएगा शव का दाह संस्कार : लुधियाना से मशीन के साथ इंजीनियर भी शहर पहुँचे हैं उन्होंने बताया कि मशीन में शव रखते ही 40 मिनट के भीतर उसका दाह संस्कार पूरा हो जाएगा जलने के बाद अस्थि भी मिल जाएगी। मशीन को जल्द ही स्थापित कर लिया जाएगा। ऑपरेट करने के लिए कर्मचारियो को ट्रेनिंग भी दी जाएगी।