देश

केदारनाथ-यमुनोत्री नेशनल हाईवे समेत उत्तराखंड में 251 सड़कें बंद….जगह-जगह फंसे यात्री

Advertisement


(शशि कोन्हेर) : उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के चलते एनएच, स्टेट हाइवे और ग्रामीण सड़कें अवरुद्ध हो रहे हैं, जिससे लोगों को सड़कें खुलने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। राज्यभर में 62 सड़कें खुलने के बावजूद अभी भी 251 सड़कें बाधित हैं। सुबह ऋषिकेश-उत्तरकाशी मार्ग नरेंद्रनगर, देहरादून- दिल्ली मार्ग डाट काली मंदिर के समीप, यमुनोत्री मार्ग धरासूं के पास अवरुद्ध रहा, जिससे घंटों आवाजाही ठप रही। वहीं केदारनाथ हाईवे तरसाली के बाद गुरुवार से अवरुद्ध है, शनिवार को इस मार्ग के खुलने के आसार हैं।

Advertisement
Advertisement


यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग धरासू बैंड के समीप सुबह मलबा गिरने के कारण पांच घंटे से अधिक समय तक यातायात के लिए बाधित रहा। डबरकोट में भी हाईवे पर सुबह यातायात बाधित रहा। हालांकि डबरकोट में वाहनों की आवाजाही आधा घंटे के भीतर शुरू हो गई थी। यमुनोत्री राजमार्ग पर धरासू बैंड के समीप सुबह करीब साढ़े पांच बजे चट्टानी मलबा गिरने के कारण आवाजाही बंद हो गई थी।

Advertisement

करीब नौ बजे एनएच बड़कोट की जेसीबी मशीन ने हाईवे को बहाल किया, लेकिन कुछ मिनटों बाद मलबा गिरने के कारण मार्ग फिर से बाधित हो गया। इसके बाद कड़ी मशक्कत से करीब 11 बजे तक फिर से हाईवे को आवाजाही के लिए खोल दिया गया। डबरकोट में भी बाधित हाईवे को तुरंत ही खोल दिया गया था।

Advertisement

केदारनाथ हाईवे तरसाली में बंद होने से यात्री परेशान
केदारनाथ हाईवे तरसाली के पास पहाड़ी से भारी भरकम पहाड़ी टूटने के कारण दूसरे दिन भी बंद रहा। इस दौरान केदारनाथ से वापस आने वाले एवं गौरीकुंड जाने वाले यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि प्रशासन, आपदा प्रबंधन और पुलिस ने सड़क खुलने तक सभी को सुरक्षित स्थानों पर ठहरने को कहा है।

बीती शाम केदारनाथ हाईवे पर तरसाली के पास पहाड़ी से 60 मीटर हिस्सा टूटकर हाईवे पर गिर गया जिससे यहां आवागमन पूरी तरह बंद हो गया। जिलाधिकारी के निर्देशों पर बीती सांय ही मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया गया था, किंतु अंधेरा होने के कारण कार्य रोक दिया गया। शुक्रवार सुबह फिर से मलबा हटाने का काम शुरू किया गया।

Advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button