छत्तीसगढ़

तपकरा में आखिर क्यों हुआ.नंद कुमार साय का पुतला दहन और विरोध में हुई जबरदस्त नारेबाजी…? जानिए मामला..

प्रदेश के वनांचल जिले जशपुर के तपकरा का सियासी माहौल वहां पड़ रही भीषण गर्मी से कहीं ज्यादा गर्म हो गए हैं। अभी हाल ही में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में गए प्रदेश के दिग्गज आदिवासी नेता नंदकुमार साय के गृह क्षेत्र तपकरा में आज ग्रामीणों ने नंदकुमार साय के खिलाफ़ न केवल जमकर नारेबाजी की बल्कि उनका पुतला भी जलाया।

दरअसल तपकरा थाना के ठीक सामने ग्रामीणों के द्वारा भगवान जग्गनाथ का एक मंदिर बनाया जा रहा है।ग्रामीणों का आरोप है कि उक्त मंदिर के निर्माण में आदिवासी नेता नंदकुमार साय के द्वारा विघ्न पैदा करते हुए काम को रोकवा दिया गया । ग्रामीणों का आरोप है कि पूरा प्रशासन नदकुमार साय के इशारे पर काम कर रहा है इसलिए साय की पत्नि के आवेदन पर गलत तरीके से प्रशासन ने स्टे आर्डर जारी कर मंदिर का काम बंद करवा दिया।
ग्रामीणों ने आज इसी के विरोध में सुबह से ही तपकरा थाना के नीचे स्टेट हाईवे और उतियाल पूल के पास चक्का जाम कर दिया । सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक ग्रामीण स्टेट हाईवे के बीचोबीच बैठकर भजन कीर्तन करते रहे ।

दोपहर करीब 2 बजे ग्रामीणों ने नंदकुमार साय का एक पुतला बनाया और मुर्दाबाद का नारा लगाते हुए उनके पुतले को दहन किया । आखिर में फरसाबहार एसडीएम द्वारा जमीन का पुनः सीमांकन किये जाने के आश्वासन के बाद जाम हटा दिया गया।

एसडीएम शबाब खान ने ग्रामीणों को बताया कि कलेक्टर के द्वारा इस मामले की जांच और दुबारा सीमांकन के लिए एक टीम बना दिया है जो मौके पर जाकर जमीन का अवलोकन करेगी फिर आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उन्होंने बताया कि नंदकुमार साय की पत्नी के द्वारा स्थगन आदेश जारी करने आवेदन प्रस्तुत किया गया था ।जिस जमीन को लेकर विवाद की स्थिति निर्मित हुई है वो जमीन नसन्दकुमार साय की पत्नी के नाम की है। उन्होंने कहा कि स्थग्न आदेश कानूनी प्रक्रिया के तहत दिया गया है और आगे की कार्रवाई भी कानूनी प्रक्रिया के तहत होगी ।

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