छत्तीसगढ़

भोपाल का नाम भोजपाल क्यों नहीं हो सकता,युवाओं को राम के पथ पर चलने की जरूरत- रामभद्राचार्य महाराज

(शशि कोन्हेर) : भोपाल : भोपाल का नाम बदलने के मुद्दे पर रामभद्राचार्य महाराज ने कहा कि पुराने समय में मुसलमानों ने अपने हिसाब से शहर, कस्बों का नाम रख लिया था। जब फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या हो सकता है। इलाहाबाद को बदलकर प्रयागराज किया जा सकता है, तो भोपाल का नाम भोजपाल क्यों नहीं हो सकता।

भोपाल का तो कोई अर्थ भी नहीं होता। जब तक भोपाल का नाम भोजपाल नहीं होता, तब तक अगली कथा करने नहीं आऊंगा। भोजपाल नगरी के राजा भोज पालक थे। उन्होने सीएम से कहा कि चुनाव से पहले वे भोपाल का नाम बदल लें। वर्तमान में वह भेल दशहरा मैदान में नौ दिवसीय श्रीराम कथा का वाचन करने राजधानी भोपाल पधारे हैं। कथा 31 जनवरी तक चलेगी।


रामभद्राचार्य महाराज ने कथा के दौरान युवाओं को सही दिशा और मार्गदर्शन देने की बात कहते हुए महाराज ने कहा कि लव जिहाद के नाम पर हिंदू लड़कियों को फंसाया जा रहा है। युवाओं को सही दिशा और मार्गदर्शन नहीं मिल रहा है। युवाओं को राम के पथ पर चलने की जरूरत है। किसी को चेहरे से नहीं अपने चरित्र से प्रभावित करो।


मैं जो बात कहता हूं पूरे दम से जिम्मेदारी के साथ कहता हूं और वह पूरी होती है। मैंने कहा था कि रामजन्म भूमि का फैसला हमारे पक्ष में आएगा। कश्मीर से धारा 370 हटी, तीन तलाक खत्म हो गया। पीओके दुनिया के नक्शे से समाप्त होना चाहिए, यह हमारा है और उसे हम लेकर रहेंगे। जिसको राष्ट्र की पूरी अखंडता चाहिए, वही हमारी कथा में आए।

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