जम्मू कश्मीर के 4 दिनी दौरे में आखिर क्या कर रहे हैं, RSS के चीफ मोहन भागवत..?
(शशि कोन्हेर) : जम्मू – अनुच्छेद 370, 35-ए की बेड़ियों से आजाद हुए जम्मू-कश्मीर में अब राष्ट्रीय स्वयं सेवक की कोशिश रहेगी कि अब प्रदेश में एक राष्ट्रवादी विचारधारा वाली सरकार बने। ऐसे में स्वयंसेवक विधानसभा चुनाव से पहले पूरा जोर लगाएंगे कि जम्मू-कश्मीर के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए संघ की विचारधारा घर-घर तक पहुंचे। यह लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रदेश में संघ की शाखाओं को अपने कामकाज में और सक्रियता लाने के लिए कहा गया है। सूत्रों के अनुसार जम्मू के केशव भवन में सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत की अध्यक्षता वाली बैठकों में यह सोच उभर कर सामने आई है।
ऐसे में रविवार को होने वाली वर्चुयल बैठक से भी प्रदेश के स्वयंसेवकों को राष्ट्रवादी विचारधारा को जोरशोर से लोगों के बीच जाकर प्रचार, प्रसार करने के लिए कहा जाएगा। संघ की पूरी कोशिश है कि संघ का संदेश लोगों तक पहुंचने से विधानसभा चुनाव में ऐसे लोग सामने आएंगे जो एक राष्ट्रवादी सरकार बनाकर जम्मू-कश्मीर को आगे की ओर ले जाएंगे। इसके साथ लोगों को गुमराह करने के लिए काम कर रहे देशविरोधी तत्वों की साजिशों को भी लोगों के बीच एक्सपोज किया जाएगा।
प्रदेश में अनुच्छेद 370, 35-ए हटने के बाद हालात में आ रही बेहतरी से संघ उत्साहित है। ऐसे में अब संघ की उसकी पूरी कोशिश रहेगी कि प्रदेश के विकास की राह में बाधाएं डालने वाली ताकतें फिर मजबूत न हों। इस समय कश्मीर में लोगों द्वारा नकार दिए गए राजनीतिक दल जनआकांक्षाओं को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में संघ कार्यकर्ता प्रदेश में आए बेहतर बदलाव को लेकर लोगों को जागरूक भी बनाएंगे।
आपको जानकारी हो कि संघ सरसंघचालक के जम्मू के चार दिवसीय प्रवास को लेकर कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह है। उनका कहना है कि अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद डॉ मोहन भागवत का जम्मू-कश्मीर में आना काफी महत्व रखता है। ऐसा भी सामने आया है कि कार्यकर्ताओं ने डॉ भागवत को जम्मू के लोगों के साथ अभी भी हो रहे भेदभाव से भी अवगत कराया है। डॉ भागवत ने कार्यकर्ताओं को संघ को और मजबूत बनाने पर भी जोर दिया।