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लाल बहादुर शास्त्री पर पाक टीवी चैनल ने ऐसा क्या कहा कि हो रही तारीफ, भारतीय भी गदगद

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(शशि कोन्हेर).: दो अक्टूबर को पूरे देश ने महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री को याद किया। लालबहादुर शास्त्री की सादगी और योग्यता के किस्से भारत ही नहीं बल्कि दूसरे देशों में भी चर्चा का विषय रहते हैं। अब एक पाकिस्तानी न्यूज चैनल के ऐंकर का वीडियो वायरल हो रहा है ।

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जिसमें वह लालबहादुर शास्त्री की जमकर तारीफ कर रहे हैं। इस वीडियो को शिवसेना (UBT) नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने भी सोशल मीडिया पर शेयर किया है। उन्होंने यहां तक कहा कि इस तरह की श्रद्धांजलि किसी भारतीय चैनल ने भी नहीं दी होगी।

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वीडियो में एंकर कहते हैं, दिल्ली में एक लाल नेहरू अवेनन्यू शहर है। इस शहर पर एक छोटा सा घर है। यह घऱ भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री का था। इसे अब म्यूजियम का दर्जा दे दिया गया है। इस म्यूजियम में शास्त्री साहब की चीजें रखी गई हैं। लाल बहादुर शास्त्री को बचपन में सूखे की बीमारी हो गई थी ।

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जिसकी वजह से उनका कद नहीं बढ़ा और उनका वजन सिर्फ 39 किलोग्राम था। उन्होंने 1921 में सियासत में कदम रखा और 1966 तक सियासत में रहे। 39 साल की इस सियासी जिंदगी में वह कांग्रेस के बड़े नेता  के साथ, वह रेल मंत्री भी रहे और भारत के प्रधानमंत्री भी बने।

इसके आगे एंकर कहते हैं, पूरी दुनिया में इस पांच महले घऱ के सिवा उनकी कोई जायदाद नहीं थी। उनके पूरे घर के फर्नीचर बर्तनों और कपड़ों की मालयित 6411 रुपये थी। उनके पास एक गिफ्ट था वो भी उन्हें जवाहरलाल नेहरू ने गिफ्ट किया था। वे अपने निजी काम के लिए सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल नहीं करते थे। उन्होंने 13 हजार रुपये में फिएट कार खरीदी। इसके लिए उन्होंने पंजाब नेशनल बैंक से कर्ज लिया था। उनके पास एक बेड और एक सोफा था। अपनी मौत तक वह इसी घऱ में रहे।

एंकर ने पाकिस्तान को दिया बड़ा संदेश
एंकर ने लालबहादुर शास्त्री के जीवन के जरिए पाकिस्तान को सबक देने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि मुल्क तब तक तरक्की नहीं करते जब तक उनके सियासतदान लालबहादुर शास्त्री की तरह सादगी और ईमानदारी नहीं अपनाते हैं। बता दें कि पाकिस्तान में रिवाज रहा है कि सत्ता में आने के बाद नेता ऐशो आराम के चक्कर में जनता को भूल जाते हैं। बीते दिनों कार्यवाहक प्रधानमंत्री यूएन की बैठक में शामिल होने के लिए न्यूयॉर्क गए थे लेकिन वह फ्रांस चले गए। वहां अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ एफिल टावर देखा और फिर डिनर किया। बताया गया कि डिनर की एक प्लेट की कीमत 90 हजार रुपये थी। 

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