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मातम में पहनते हैं काले कपड़े, कोई स्वर्ग सिधार गया होगा…..विपक्ष पर भड़के हरियाणा के मंत्री अनिल विज

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(शशि कोन्हेर) : कांग्रेस द्वारा नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पेश करने के एक दिन बाद, विपक्षी गठबंधन (INDIA) के लगभग सभी सांसद काले कपड़े पहनकर संसद गए। इससे पहले, विपक्षी गुट के नेताओं ने अपने सांसदों से काले कपड़े या शर्ट पहनने का आग्रह किया था और यदि यह संभव नहीं है।

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तो काली पट्टी बांधकर संसद आने का अनुरोध किया था। अब विपक्ष के इस विरोध पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हमलावर है। हरियाणा की भाजपा सरकार में मंत्री अनिल विज ने विपक्षी विरोध प्रदर्शन पर तीखा हमला बोला है।

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गुरुवार को मीडिया से बातचीत के दौरान हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा, “काले कपड़े तो मातम में ही पहने जाते हैं। यह जो नई पार्टी बनी है उसके जन्म के साथ ही कोई स्वर्ग सिधार गया होगा, इसलिए ये काले कपड़े पहनकर आए हैं।

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सरकार के लिए सभी धर्मों के लोग एक समान है, इसके लिए कानून बनाने की आवश्यकता है। कुछ लोग तो पैदा ही विरोध करने के लिए हुए हैं। इसमें किसी को क्या ऐतराज है कि सरकार सबको समान नजर से देखे?” अनिल विज ने इस दौरान कहा कि सरकार के सामने सभी समान हैं। इससे उनका इशारा समान नागरिक संहिता यानी यूसीसी की तरफ था।

मणिपुर मुद्दे पर सरकार के रुख के विरोध में काले कपड़े पहनकर संसद पहुंचे विपक्षी सांसद

विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के घटक दलों के सांसद मणिपुर मुद्दे पर सरकार के रुख पर विरोध जताने के लिए बृहस्पतिवार को काले कपड़े पहुंचकर संसद पहुंचे।

विपक्षी गठबंधन के एक सांसद ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अब तक संसद में मणिपुर मुद्दे पर बयान नहीं देने के विरोध में ‘इंडिया’ के घटक दलों के सभी सांसदों को काले कपड़े पहनकर संसद पहुंचने के लिए कहा गया है।

इस बीच, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के संसद भवन स्थित कक्ष में विपक्षी नेताओं ने बैठक कर आगे की रणनीति पर भी चर्चा की। कांग्रेस ने मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर संसद में जारी गतिरोध के बीच बुधवार को लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया, जिस पर सदन में चर्चा के लिए मंजूरी दे दी गई। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सभी दलों के नेताओं से बातचीत करने के बाद इस प्रस्ताव पर चर्चा के लिए तिथि तय करेंगे।

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