छत्तीसगढ़

केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कर दी, भूपेश बघेल और गोबर से बने पेंट की तारीफ….! किसी को मिर्ची लगी तो मैं क्या करूं..?

(शशि कोन्हेर) : केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की गोधन न्याय योजना की तारीफ क्या कर दी… प्रदेश के भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का मूड खराब हो गया। और ऐसा होना स्वाभाविक भी था। क्योंकि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की जिस महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना का भाजपा के लोग अभी तक मजाक उड़ाते रहे। और उसे भ्रष्टाचार का जरिया बताते रहे। उसी योजना के तहत मुख्यमंत्री द्वारा की गई एक घोषणा की केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी खुले दिल से तारीफ कर दें…!

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यह बात भाजपाइयों को हजम नहीं हुई। दरअसल हाल ही में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने यह आदेश दिया कि प्रदेश में जितने भी सरकारी कार्यालय और भवन हैं। उन सबका रंग-रोगन गोबर से बने हुए पेंट से ही किया जाय। छत्तीसगढ़ के भाजपा नेता भले ही श्री भूपेश बघेल के इस आदेश पर नाक-भौं सिकोड़ना रहे होंगे। लेकिन सरकारी दफ्तरों का रंग रोगन गोबर से बने पेंट से ही करने के श्री बघेल के सोच की केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी ने मुक्त कंठ से सराहना कर दी। गडकरी ने इसे आर्थिक रूप से सस्ता बताने के साथ ही पर्यावरण की दृष्टि से अत्यधिक फायदेमंद बताते हुए इसकी तारीफ की।

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मजे की बात यह है कि गडकरी के द्वारा की गई इस तारीफ के बाद कल तक गोधन न्याय योजना के तहत की जा रही गाय,गोबर और गौठान की बातों का मजाक उड़ाने वाले भारतीय जनता पार्टी के नेता अब गोधन न्याय योजना को भारतीय जनता पार्टी की पूर्व सरकार की योजना बता रहे हैं। उनका कहना है कि इस योजना की शुरुआत 15 साल तक छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद पर रहे डॉ रमन सिंह के द्वारा पहले ही की जा चुकी थी।

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केंद्रीय मंत्री के द्वारा गोबर के पेंट से सरकारी दफ्तरों का रंग रोगन करने को पर्यावरण की दृष्टि से अच्छा बताने और भूपेश सरकार की तारीफ करने के बाद भाजपा के नेताओं ने गोधन न्याय योजना को लेकर जिस तरह से यू-टर्न लिया है। उसे यही कहा जा सकता है कि यह तो छत्तीसगढ़ भाजपा की गूगली हो गई। इस पूरे मामले पर हमें कुली फिल्म के इस गाने के बोल याद आ रहे हैं जिसकी अंतिम लाइन थी.. किसी को मिर्ची लगी तो मैं क्या करूं..?

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