छत्तीसगढ़

सरपंच सचिव के उपर पंचायत राशि गबन करने का आरोप

(मुंन्ना पाण्डेय) : लखनपुर+ (सरगुजा) :
जंप क्षेत्र के दो ग्राम पंचायत गणेशपुर एवं इरगवा में 15 वे वित योजना के राशि का गबन सरपंच सचीव द्वारा किये जाने का  मामला प्रकाश में आया है। पंचायत वासियों से मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत गणेशपुर को प्राप्त 15  वा वित योजना के राशि से नहानी घर सड़क सुधारी करण जैसे पंचायत स्तर का कार्य कराया जाना था।

परन्तु परन्तु कार्य योजना के अनुसार कार्य नहीं कराया जा कर 15 वे वित योजना के राशि का बंदरबांट कर लिया गया। जानकारी के मुताबिक गणेशपुर पंचायत में तकरीबन 1135000  रूपये का घोटला किया गया है। पंचायत वासियों का बताना है कि पंचायत के लोहार पारा में नहानी घर का निर्माण कराया जाना था नहीं कराया गया ।

अपितु पुराने नहानी घर को मरम्मत कराके नया नहानी घर निर्माण कराया जाना बता कर सामाग्री क्रय एवं मजदूरी भुगतान के नाम पर फर्जी बिल व्हाउचर पेश कर मूल्यांकन करा शासकीय राशि आहरण कर लिया गया। वहीं हलेश घर के पास 25000  हजार रुपए लागत से नहानी घर बनाया जाना था कागजों में ही नहानी घर बना कर सरपंच सचीव द्वारा राशि आहरण कर लिया गया। और दूसरे कार्य में भी फर्जीवाड़ा किया गया है।


इसी तरह ग्राम पंचायत इरगवा  को प्राप्त 15 वे वित राशि का सरपंच सचीव द्वारा गबन किये जाने की बात सामने आ रही है। ग्राम वासियों का बताना है कि पंचायत को प्राप्त 15 वे वित योजना की शासकीय राशि  तकरीबन 2031860 रूपये सरपंच सचीव द्वारा गबन किया गया है। पंचायत में विभिन्न स्थानों पर बिना काम कराये बैंक से आहरण कर लिया गया है। ग्रामीणों का कहना है पंचायत के 3 अलग अलग स्थानों पर   हेडपपो में  सबमरसिबल मोटर स्टालेशन 2 लाख 10 रूपये लागत से लगाया जाना था नहीं लगाया गया और पैसा आहरण कर लिया गया है।


इसी तरह गोठान में निर्माण कार्य के लिए 25 हजार गोठान में  तार फेंसिंग के लिए भाग 2- के लिए 65 हजार, तार पेंटिंग कार्य हेतु 11 हजार तार फेंसिंग सामाग्री भूगतान 35  हजार, तार फेंसिंग कार्य सामाग्री 2  हजार हेडपंप के पास सोखता गढ्ढा 12 हजार दूसरा हेड पंप के पास सोखता गढ्ढा निर्माण में 15 हजार इस तरह से 2031860 रूपये का काम नहीं कराया गया है। जो जांच का विषय है।

यदि इन दोनों पंचायतों में सुक्ष्म निष्पक्ष जांच हो तो सच्चाई खुद सामने आ जायेगी। ग्रामीणों के शिकायत पर जनपद कार्यालय से टीम गठित कर ग्राम गणेशपुर में  15  वा वित से कराये गये कार्यों का जांच पंचायत निरिक्षक अनिल वर्मा एवं उनके सहयोगीयो द्वारा जांच किया गया तथ्य सही पाये जाने पर जांच प्रतिवेदन अनुविभागीय अधिकारी राजस्व की ओर भेजा गया। परन्तु कोई कार्यवाही नहीं हुई है ।

इसी प्रकार ग्राम पंचायत इरगवा को प्राप्त  15 वे वित योजना से प्राप्त राशि से कराये गये कार्यों की जांच दिलिप मिंज एस डीओ ग्रामीण यांत्रिकी विभाग द्वारा की गई लेकिन जांच कार्यवाही में ग्राम सरपंच सचिव द्वारा कोई सहयोग नहीं किया गया। जिसकी जांच- प्रतिवेदन अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व )के ओर भेजी गई। इन दोनों मामलों के अलावा कई ग्राम पंचायत ऐसे हैं जहां 15  वें वित्त योजना राशि का बंदरबांट हुआ है। जो जांच का विषय है पंचायत वासियों का कहना है इन दोनों ग्राम पंचायतों की बारिकी से जांच हो । सच्चाई खुदबखुद सामने आ जायेगी।

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button