इस बार भी 2760 भाइयों की सूनी रह जाएंगी कलाइयां, और 190 बहनें तरस जाएंगी भाइयों को राखी बांधने के लिए..!!
(आशीष मौर्य) :बिलासपुर – भाई-बहन के सबसे पवित्र रिश्ते का त्योहार रक्षाबंधन 22 अगस्त को है, लेकिन इस बार भी कोरोना संक्रमण की वजह से बिलासपुर सेंट्रल जेल समेत प्रदेश की सभी 33 जेलों में रक्षाबंधन पर किसी भी तरह का आयोजन नहीं किया जाएगा। न तो बहनें अपने भाइयों से मिल पाएंगी और न ही राखी बांध सकेंगी।इस बार भी डाक पोस्ट के माध्यम से महिला जेल में बंद बंदियों ने राखियां भिजवाई है,वही पुरुष जेल में बहने अपने बन्दी भाइयों के लिए डाक पोस्ट से रखी भिजवा रही रही।
यह दूसरी बार होगा कि बिलासपुर केंद्रीय जेल सहित प्रदेश की सभी 33 जेलो में रक्षाबंधन के दिन बहने अपने बंदी भाइयों से नही मिल पाएगी, रक्षाबंधन का दिन ही एक ऐसा दिन होता है जब बहने अपने बंदी भाइयों को प्रत्यक्ष रूप से स्पर्श कर पाती है।लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण कर कारण महिला और पुरुष जेल में राखी का आयोजन नही किया जाएगा,जेल प्रशासन ने इस बार डाक पोस्ट से राखी भेजने और मांगने का निर्णय लिया है।महिला जेल से करीब 300 राखी डाक पोस्ट से भेज दी गयी है।वही पुरुष जेल में बहनों के राखी आने का सिलसिला जारी है।जेल प्रशासन ने अपने खर्च पर ये व्यवस्था की है।
बिलासपुर के केंद्रीय जेल में 2760 पुरुष और 190 महिला बंदी बंद है।जेल के भीतर जो भी राखियां आएंगी पहले उसे सेनेटाइज किया जा रहा है।रक्षाबंधन के दिन कैदियों को हर बार की तरह विशेष पकवान परोसे जाएंगे,कोरोना के कारण जेल प्रशासन पूरी तरह से एहतियात बरत रहा है।