कांग्रेस में शामिल होने के पहले ही, प्रशांत किशोर का शुरू हुआ विरोध…..
(शशि कोन्हेर) : नई दिल्ली – हाल ही में पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस की जबरदस्त जीत के सूत्रधार माने जाने वाले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर का नाम अब किसी परिचय का मोहताज नहीं है। उनके कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा जोरों पर है। इस बीच पार्टी का एक धड़ा ऐसा भी है जो उनको कांग्रेस में शामिल करने के सख्त खिलाफ बताया जा रहा है। 2 दिन पहले इसी विषय पर चर्चा करने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के घर एक अहम बैठक हुई थी। जिसमें प्रशांत किशोर के कांग्रेस में आने को लेकर चिंता जताई गई। बताया जा रहा है कि पार्टी के नेतृत्व ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटोनी और अंबिका सोनी को प्रशांत किशोर पर पार्टी नेताओं के विचारों के आधार पर एक रिपोर्ट तैयार करने का काम सौंपा है। इसकी जानकारी मिलने पर कपिल सिब्बल के यहां जी 23 के नाम से विख्यात बागी गुट की बैठक हुई। जिसमें कपिल सिब्बल के अलावा गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, शशि थरूर और महे मनीष तिवारी आदि मौजूद थे। इन सभी ने बैठक में यह राय जाहिर की कि प्रशांत किशोर को पार्टी में शामिल नहीं किया जाना चाहिए। और पार्टी में चुनाव के दौरान आउटसोर्सिंग के जरिए निर्णय नहीं लिए जाने चाहिए।