छत्तीसगढ़

जनसुनवाई में बरसी पुलिस की लाठी..एडीएम ने कहा.करेंगे जांच..केशरवानी ने कहा..अडानी ने बनवाया गलत रिपोर्ट..नहीं बिकेगा मस्तूरी

(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर- लोहर्सी में आयोजित एसीसी प्लान्ट की जनसुनवाई में पुलिस ने विरोध कर रहे ग्रामीणों पर  लाठी चार्ज किया है। यद्यपि एडीएम ने लाठी चार्ज आदेश दिए जाने से साफ इंकार किया है। महिला पुलिस अधिकारी लाठी चार्ज जैसी घटना होने पर कुछ भी कहने से बचते रहे। जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा कि लाठी चार्ज की घटना निदंनीय है।

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लेकिन हम अडानी को बताना  चाहते हैं कि मस्तूरी को बिकने नहीं दिया जाएगा। विजय केशरवानी ने स्थानीय भाजपा विधायक डॉ.कृष्णमूर्ति बांधी पर जमकर निशाना साधा। केशरवानी ने कहा कि यह जानते हुए भी ईआईए रिपोर्ट पूरी तरह से गलत है। बावजूद इसके ग्रामीणों की सम्पत्ति को नीलाम किया जा रहा है। एसीसी प्लान्ट किसी भी सूरत में खुलने नहीं दिया जाएगा।

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जनसुनवाई में ग्रामीणों ने काटा बवाल

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लोहर्सी में आयोजित एसीसी प्लान्ट की जनसुनवाई में ग्रामीणों ने जमकर बवाल काटा। ग्रामीणों ने जनसुनवाई और एसीसी प्लान्ट के विरोध में उग्र प्रदर्शन किया। कुर्सी टेबल समेत कूलर के साथ तोड़फोड़ किया। जनसुनवाई में मौजूद कमोबेश सभी लोगों ने एसीसी प्लान्ट खुलने का विरोध भी किया।

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घर में सोया विधायक..जनता सड़क पर

 कांग्रेस जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी ने बताया कि यहां का विधायक घर में सोया है। ग्रामीम अपनी लड़ाई अडानी जैसे भारत के सेठ से लड़ रहे हैं। बताना चाहता हूं कि ग्रामीणों के साथ कांग्रेस पार्टी और प्रदेश सरकार है। किसी भी सूरत में मस्तूरी के स्वाभिमान को बिकने नहीं दिया जाएगा।

गलत ईआईए रिपोर्ट जिम्मेदार कौन

  केशरवानी ने बताया कि ग्रामीण नहीं चाहते हैं कि यहां एसीसी प्लान्ट खुले। क्योंकि विधायक को मालूम हो या नहीं हो…लेकिन सबको पता है कि ईआईए रिपोर्ट जमीनी हकीकत से कोसों दूर है। नियमानुसार 10 किलोमीटर  Air रेंज में आने वाले सभी जरूरी बातों का जिक्र होना चाहिए। लेकिन नहीं है..इसकी वजह सिर्फ यही है कि पर्यावरण विभाग और अडानी के बीच मिली भगत है।

विजय ने कहा प्रस्तावित प्लान्ट से महज चार किलोमीटर दूर एतिहासिक डिंडनेश्वरी मंदिर है। प्लान्ट खुलने से मंदिर पर विपरीत असर पड़ेगा।  मस्तूरी में पानी की भयंकर कमी है। प्लान्ट को पानी कहां से मिलेगा जिक्र नहीं है। शासकीय रिपोर्ट में दर्ज है कि जिस जमीन पर प्लान्ट तैयार होगा..उपजाऊ है। लेकिन ईआईए रिपोर्ट में जमीन को बंजर बताय गया है।

यहां डीपाडीह, भरारी,भुरकुण्डा के जंगलों में हजारों हिरन सैकड़ों सुअर रहते है। ताज्जुब की बात है कि इसका भी जिक्र ईआईए रिपोर्ट में नहीं है। समझा जा सकता है कि आखिर जनता के साथ क्या हो रहा है। झूठी रिपोर्ट और पैसों के दम पर जनसुनवाई हो रही है। कांग्रेस पार्टी जनता के साथ है…अन्याय हरगिज बर्दास्त नहीं किया जाएगा।केशरवानी ने बताया कि जनता को ड़राने धमकाने गुंडों को बुलाया गया है। कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि लाठी चार्ज की घटना निंदनीय है। हम जांच की मांग करते हैं।

लाठी चार्ज की जानकारी नहीं

एडीएम एआर कुरूवंशी ने बताया कि जनता के विरोध को देखते हुए जनसुनवाई को स्थगित किया गया है। जनता की शिकायत है कि ईआईए रिपोर्ट में गलत जानकारी दी गयी है। रिपोर्ट पर्यावरण मंत्रालय को भेजा जाएगा। सुधार के बाद आगामी कार्रवाई होगी। लाठी चार्ज के लिए कोई आदेश नहीं दिया गया था। मामले में जांच करेंगे..जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई भी करेंगे।

  नहीं किया गया लाठी चार्ज

पुलिस अधिकारी ने बताया कि लाठी चार्ज का आदेश नहीं दिया गया है। कुछ लोगों ने तोड़फोड़ किया है। पुलिस ने लोगों को तितर बितर किया है। जनसुनवाई को स्थगित कर दिया गया है।

जनता ही हुई जीत..झूठ का हुआ विरोध–

जिला कांग्रस अध्यक्ष विजय केशरवानी ने बताया कि पिछले एक महीने से वह जनता के बीच लगातार मौजूद हैं। पहले भी स्थानीय जनता ने पर्यावरण अधिकारी और एडीएम से मिलकर वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया। बावजूद इसके जनसुवाई का आयोजन किया गया। जबकि निर्धारित समय और निर्देश के बाद जनसुनवाई का आयोजन हुआ। प्लान्ट लगने से किसान भिखारी हो जाएंगे।

जंगली जानवर विलुप्त हो जाएंगे। एतिहासिक मंदिर पूरी तरह से बरबाद हो जाएगा। सूखा का सामना करना पड़ेगा। खेत खलियान बंजर हो जाएंगे। जनता ने लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन किया है। अपनी अधिकारी की रक्षा कर अडानी को मुंह तोड़ जवाब भी दिया है। विजय  ने बताया कि मस्तूरी में एसीसी प्लान्ट नहीं खुलने दिया जाएगा। लाठी जांच घटना के लिए जांच की मांग करेंगे।

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