हरिहर छत्तीसगढ़ अभियान 2021 के अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण हेतु शासकीय निरंजन केशरवानी कॉलेज कोटा में किया गया पौधारोपण
(डब्बू ठाकुर) : कोटा – हरिहर छत्तीसगढ़ अभियान 2021 के अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण हेतु अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय बिलासपुर से संबद्ध शासकीय निरंजन केशरवानी महाविद्यालय कोटा की राष्ट्र्रीय सेवा योजना इकाई एवं यूथ रेडक्रास सोसाइटी के संयुक्त तत्वाधान में आज दिनाँक 30 जुलाई दिन शुक्रवार को वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया. महाविद्यालय परिसर में सभी प्राध्यापक, कर्मचारी एवं स्वयंसेवकों के द्वारा फलदार, छायादार एवं औषधीय पौधों मुनगा, आम, बेल, जामुन, कटहल, इमली, नीम, आँवला, कैथा, अमरूद, बरगद, तुलसी, सर्पगंधा एवं एलोवेरा का रोपण किया गया।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. बी. एल. काशी ने अपने उद्बोधन में बताया कि कोरोना से लड़ाई जीतने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होना आवश्यक है. रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास शुद्ध वातावरण में ही होता है. वृक्षारोपण के बिना शुद्ध वातावरण की कल्पना अधूरी है. भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. किशोर मिंज ने बताया कि पौधों में औषधीय गुणों के साथ-साथ पर्यावरण को भी स्वच्छ रखने की अपार क्षमता है. उन्होंने प्रकृति में संतुलन बनाए रखने के लिये वृक्षारोपण को आवश्यक बताया. कार्यक्रम अधिकारी शितेष जैन ने बताया कि अपने जीवनकाल में वृक्ष करोड़ों रुपयों की आक्सीजन देते हैं और प्रदूषण एवं अन्य गंदगी को अवशोषित करते हैं. विश्वव्यापी कोविड महामारी के दौरान जिस प्रकार डॉक्टर, सफाईकर्मी, पुलिसकर्मी, प्रशासन और सामाजिक संस्थाओं के लोग कोरोना योद्धा के रूप में अपना योगदान दे रहे हैं वैसे ही हम सभी को मिलकर पर्यावरण योद्धा के रूप में अपना कर्तव्य निभाना होगा. रेडक्रास प्रभारी डॉ. सन्जू पाण्डेय ने प्रत्येक विद्यार्थी से पौधा लगाकर उसकी देखभाल का आह्वान किया. कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुसार वृक्षारोपण के दौरान सभी के द्वारा मास्क लगाकर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सुरक्षित तरीके से वृक्षारोपण किया गया.
इस अवसर पर डॉ. जे. के. द्विवेदी, वाई. के. उपाध्याय, डॉ. सपना पवार, शांतनु घोष, डॉ. प्रमिला देवी मिरी, डॉ. नीलम त्रिवेदी, डॉ. पूजा शर्मा, खेमन मण्डावी, बी.आर. देशमुख, एस. आर. साहू, आर. के. विश्वकर्मा, मनीराम क्षत्री,उमाशंकर गिलहरे, गिरधारी सलाम, रामकुमार यादव, रोहित सिंह ठाकुर सहित महाविद्यालय के कर्मचारी एवं स्वयंसेवक उपस्थित थे.