छत्तीसगढ़

अपनों का जनाजा कंधे पर उठाये  पथरीले राहों  पर चलने मजबूर हैं  — ग्राम घटोन वासी

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(मुंन्ना पाण्डेय) : (लखनपुर+(सरगुजा) :
आजादी के कई साल बीत जाने के बाद भी जंप क्षेत्र के वनांचल ग्राम पंचायत पटकुरा के आश्रित ग्राम घटोन विकास के मुख्य धारा से कोसों दूर है।
पहाड़ी वादी में बसे घटोन गांव में बिजली पानी सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी बनी हुई है। इतना ही नहीं सीमावर्ती पंचायतों में जिस गति से विकास कार्य होने चाहिए नहीं हुये हैं। विकास के सभी दावे कागज़ी साबित हो रहे हैं। यदि सियासी दलों की बात की जाये तो  कांग्रेस ,भाजपा के सता बदलने के साथ तीन चार क्षेत्रीय विधायकों  के चेहरे भी बदले बाद इसके सुदूर वनांचल आदीवासी बाहुल्य गांव घटोन  विकास के मुख्य धारा से नहीं जुड़ सका। तकरीबन 200 आबादी वाला ग्राम घटोन आज भी प्राचीनकाल के साये से बाहर नहीं निकल सका है।

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सड़क के अभाव में लोगों को पैदल सफर करना पड़ता है। इतना ही नहीं बीमार ग्रस्त लोगों को अस्पताल लाने ले जाने में ग्राम वासियों को काफी  तकलीफ उठानी पड़ती है। प्रसव पीड़ा में कराहती महिलाओं को पथरीले उबड़ खाबड़ रास्तों में चलते हुए अस्पताल तक पहुंचाया जाता है ।बरसात के दिनों में यह गांव पहाड़ी उफान भरे नदियो एवं उबड़ खाबड़ पथरीले रास्तों के कारण क्षेत्र का बड़ा हिस्सा सप्ताह महीनों  एक जजीरा में तब्दील हो जाता है ‌ब्लाक मुख्यालय से इसका ताल्लुकात  (संबंध) कट जाते है ।

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बीजली  अभाव के कारण घटोन  के लोग अंधेरे के साये में जीवन बसर करते हैं। हालिया  इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में अफसोस जनक एक विडियो तेजी से वायरल हुआ जिसमें एक ग्रामीण  सेलबेस्टर लकड़ा पिता नकूल साय उम्र 45  साल के लाश को खाट में ढोकर ग्रामवासियों द्वारा  पत्थरीले उबड़ खाबड़ रास्ते पर से गुजरते हुए ले ग्राम घटोन के लिए ले जाया जा रहा है। दरअसल मृतक सेलबेस्टर लकड़ा का इलाज 5-6  माह से अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के बाद कोरबा जिले के कुटुरमा में आयुर्वैदिक इलाज चल रहा  था  ।

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इलाज के दौरान तथाकथित   सेलबेस्टर लकड़ा की मौत मंगलवार को हो गई उसके पार्थिव शरीर को चारपहिया वाहन के जरिए ग्राम  पटकुरा बस्ती तक   लाया गया ग्राम घटोन का रास्ता सही नहीं होने  तथा वाहन नहीं पहुंच पाने कारण मृतक के लाश को रात के अंधेरे में गृह ग्राम तक नहीं  ले जाया जा सका। लिहाजा रात भर लाश की पहरेदारी परिजनो को करना पड़ा।


दूसरे दिन बुधवार को 10 ग्रामीणों के मदद से मृतक के लाश को  खाट में ढोकर पैदल ले जाया गया।  दोपहर 2 बजे  मृतक सेलबेस्टर लकड़ा के शरीर का  अंतिम संस्कार किया गया। खाट पर लाश को पैदल ले जाने का   विडियो ग्रामीणो द्वारा इस मकसद से बनाया जाकर   वायरल किया गया कि क्षेत्र के विधायक मंत्री मुख्यमंत्री  को गांव के जमीनी हकीकत का पता चल सके तथा सच्चाई उनके तक   पहुंचे।  और इस बात का एहसास हो कि क्षेत्र की जनता किस मजबूर -ऐ -हालात से गुजर रहे हैं। अहम और जरूरी वजह ग्राम घटोन तक पहुंच मार्ग का  निर्माण हो । और दूर्गम पहाड़ी गांव घटोन तक एम्बुलेंस चारपहिया वाहनों का आवागमन आरंभ हो सके।


इस घटना के संबंध में ग्राम सरपंच सोन साय ने बताया कि मृतक व्यक्ति सलबेस्टर लकड़ा  4- 5 महिनों से बिमार था उसका उपचार चल रहा था   बीते मंगलवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों द्वारा ग्रामीणो के मदद से  दिन बुधवार को उसके लाश को खाट पर उठाकर ग्राम घटोन के लिए पैदल ले जाया गया।  सड़क निर्माण के सवाल पर सरपंच ने बताया – मेरे द्वारा भी घटोन तक सड़क निर्माण कराये जाने मांग किया गया है परन्तु आज पर्यन्त सड़क निर्माण नहीं हो सका है। यही वजह है कि ग्राम घटोन  तक कोई चार पहिया वाहन नहीं पहुंच पाती। जिससे महिलाओं के प्रसव तथ वक्त ज़रूरी के लिए एम्बुलेंस चारपहिया वाहन नहीं पहुंचता है। घटोन वासीयों को काफी दिक्कतों का  सामना करना पड़ता है।
दरअसल हुये विडियो वायरल ने तूल पकड़ लिया है। सूरतेहाल ऐसा है कि इस घटना को जानने समझने नेता मंत्री तथा शासन प्रशासन के आला अधिकारियों ने भी
आदिवासी बाहुल्य ग्राम घटोन पहुंच जायजा लिया है। अब देखनेवाली बात होगी कि आने वाले समय में घटोन तक सड़क निर्माण हो पाती है या नहीं समय पर ही मालूम हो सकेगा।

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