राज्योत्सव में जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा और अपमान पर शहर के विधायक शैलेश पांडे ने मुख्यमंत्री से की बिलासपुर कलेक्टर सारांश मित्तर को तत्काल हटाने की मांग, मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर – राज्य स्थापना दिवस के दिन बिलासपुर में आयोजित राज्योत्सव में जिला कलेक्टर सारांश मित्तर द्वारा बिलासपुर के सभी जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा और अपमान का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। बिलासपुर के शहर विधायक शैलेश पांडे ने राज्योत्सव के कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा करने और उन्हें स्वस्थ सम्मान कार्यक्रम में आयोजित नहीं किए जाने के लिए बिलासपुर कलेक्टर को दोषी मानते हुए उनके खिलाफ तत्काल राजद्रोह की कार्यवाही करने के साथ ही उन्हें यहां से अन्यत्र हटाने की मांग की है। इस बाबत शैलेश पांडे द्वारा मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा गया है कि… अत्यंत खेद के साथ आपको कहना पड़ रहा है कि बिलासपुर के कलेक्टर डॉक्टर सारांश मित्तर आपकी सरकार का और निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का लगातार अपमान कर रहे हैं। बिलासपुर जिले के प्रशासनिक अमले के मुखिया के रूप में कलेक्टर जनता के द्वारा चुने गए सभी जनप्रतिनिधियों का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिलासपुर में आयोजित राज्योत्सव के कार्यक्रम में न तो उन्हें आमंत्रित किया गया है और ना ही महापौर सभापति जिला पंचायत अध्यक्ष को सम्मान पूर्वक वार्ड में लिखकर आमंत्रित नहीं किया गया। जबकि बिलासपुर जिले से लगे जीपीएम और मुंगेली जिले में वहां के कलेक्टर द्वारा राज उत्सव के कार्यक्रम में सम्मानित जनप्रतिनिधियों को आमंत्रण कार्ड में उनके नाम का उल्लेख कर सह सम्मान आमंत्रित किया गया है। बतौर प्रमाण श्री शैलेश पांडे विधायक के द्वारा मुख्यमंत्री को लिखे इस पत्र के साथ ही मुंगेली तथा जीपीएस जिले के राज्य उत्सव के आमंत्रण कार्ड भी प्रेषित किए गए हैं। जिनमें जनप्रतिनिधियों का सम्मान उल्लेख किया गया है। श्री शैलेश पांडे ने बिलासपुर कलेक्टर द्वारा कलेक्टर बिलासपुर पर जिला मुख्यालय में आयोजित राज्य उत्सव कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा और उनके अपमान का आरोप लगाते हुए उनको तत्काल यहां से हटाने तथा उनके खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है।