कलेक्टर के निर्देश पर बिलासपुर एसडीएम ने, शहर के 31 पटवारियों को भेजा गांव….
(इरशाद अली संपादक लोकस्वर टीवी) : बिलासपुर – काफी दिनों से इंतजार हो रही सूची आखिरकार जारी हो ही गई। राजस्व मामलों में जिला प्रशासन की हो रही लगातार किरकिरी को दूर करने और तेजी के साथ प्रकरणों के निराकरण के लिए कलेक्टर के निर्देश पर पटवारियों की एक बड़ी खेप को परिवर्तन कर दिया गया है। बिलासपुर एसडीएम पुलक भट्टाचार्य ने सोमवार की शाम को अपने अनुभाग के 31 पटवारियों का नया पदस्थापना आदेश जारी कर दिया है। बीते कुछ समय से बिलासपुर तहसील और एसडीएम कार्यालय काफी बदनाम हो रहा था। फरियादी काम ना होने से काफी परेशान थे। एसडीएम तहसीलदार और उनके साथ जिला कलेक्टर की हो रही बदनामी को खत्म करने स्वंय कलेक्टर डॉ सारांश मित्तर नेअपना पूरा ध्यान एसडीएम और तहसील कार्यालय की ओर लगाया और एक-एक कर यहां की सारी समस्याओं को खत्म करते हुए प्रकरणों का तेजी से निराकरण हो इस ओर ध्यान लगाया। यही कारण है कि कलेक्टर के निर्देश के बाद वर्षों से शहर में जमे मजबूत पटवारियों को गांव की ओर रवाना कर दिया गया है। वही गांव में बेहतर काम करने वाले पटवारियों को शहर में लाकर एक नई व्यवस्था बनाई गई है। एसडीएम पुलक भट्टाचार्य के लगातार सक्रियता के कारण पिछले कुछ दिनों से राजस्व के पेंडिंग प्रकरणों के निराकरण में तेजी आई है।अब तहसील में आने वाले फरियादियों में त्वरित न्याय की उम्मीद जगने लगी है। पिछले कुछ समय से इस तहसील कार्यालय को बदनाम करने वालों में कुछ अफसरों का विशेष हाथ रहा है। रुपए बटोरने के अलावा उन्हें यहां कुछ और नज़र नही आया । जिसके कारण प्रशासन की छवि न सिर्फ बिलासपुर बल्कि प्रदेश भर में खराब हुई थी। इस खराब हुई छवि को मिटाने के लिए कलेक्टर पिछले काफी दिनों से प्रयास कर रहे थे। और अब उन्हें इसमें सफलता भी मिलने लगी है। तहसील कार्यालय का निरीक्षण करने के बाद वहां की कमियों को समझने के बाद और शिकायतों के आधार पर लगातार यहां इस तरह के कदम उठाए जा रहे हैं। पहले कई तहसीलदारों का तबादला और अब उसके बाद पटवारियों का तबादला साफ संकेत है कि अब राजस्व मामलों में जिला प्रशासन अपनी बदनामी बर्दाश्त नहीं करेगा। एसडीएम की मेहनत और कलेक्टर की नजर निश्चित रूप से आने वाले दिनों में पक्षकारों को राहत प्रदान करेगा।