बिलासपुर

नोनिया समाज ने आंगनबाड़ी केंद्र में मनाया शिक्षक दिवस, सेविका हुई सम्मानित…..


(नारायण नोनिया) : बिलासपुर – बच्चों का प्रथम गुरू माता-पिता होते हैं। तीन साल उम्र होने के बाद बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र जाते हैं। वहां केंद्र के सहायिका बच्चों को पढ़ाते हैं। नर्सरी स्तर के शिक्षा देती हैं तो वे बच्चों के शिक्षिका बन जाती है। बच्चों के सैकड़ों नखरे, परेशानी का सामना करते हुए उन्हें शिक्षा प्रदान करती हैं। उक्त बातें ग्राम गुड़ी-नरगोड़ा में नोनिया समाज द्बारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जनपद सदस्य गौरी अभिलेष यादव ने कही।

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रविवार को सीपत एनटीपीसी के ग्राम गुड़ी और ग्राम नरगोड़ा के नोनिया समाज ने आंगनबाड़ी केंद्र में शिक्षक दिवस मनाया। आंगनबाड़ी के दोनों कार्यकर्ताओं व मितानिन को सम्मानित किया गया। विशिष्ट अतिथि सरपंच दुर्गा साहू ने कहा कि बच्चों की शिक्षा की शुरूआत आंगनबाड़ी केंद्र से होती है। वास्तव में माता-पिता के बाद प्रथम गुरू सहायिकाएं होती है। इनके द्बारा दी गई शिक्षा के आधार पर बच्चे आगे बढ़ते हैं और समाज, गांव समेत प्रदेश व देश का नाम रोशन करते हैं। कार्यक्रम में आंगनबाड़ी के 5० बच्चों को पहाड़ा, स्कैच पेन वितरण किया गया। स्कूल व कालेजों में पढ़ने वाले नोनिया समाज की छात्र-छात्राओं को पेन- कापी प्रदान कर सम्मानित किया गया। स्वास्थ्य कार्यकाताã मितानिन आशा नोनिया और आंगन बाड़ी के सेविकाओं का सम्मान किया गया। नगर पंचायत खरौद से आए अतिथी विश्वनाथ नोनिया, बजरंग नोनिया, नारायण, दुर्गेश, राजकुमार नोनिया ने नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को सम्मानित किया और समाज को बेहतर ऊंचाइयों तक पहुंचने की कामना की। इस अवसर पर उपाध्यक्ष देव कुमार नरगोड़ा, सचिव शिव कुमार नोनिया, सह सचिव उमा शंकर, संतोष, उप कोषाध्यक्ष ओमप्रकाश, संरक्षक आशिष, परानू, बाबूलाल, रामायण, रतिराम, कैशव, सुनिल, पप्पु, रमेश, अशोक, बजरंग, सुखसागर, मनि समेत बड़ी संख्या में सदस्य उपस्थित थे।

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