छत्तीसगढ़

विकलांग-विमर्श पर केंद्रित राष्ट्रीय संगोष्ठी 8 एवं 9 जुलाई को

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(शशि कोन्हे लर) : बिलासपुर:प्रयास प्रकाशन एवं अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित विकलांग -विमर्श पर केंद्रित दो दिवसीय ११वीं राष्ट्रीय संगोष्ठी 8 जुलाई 2023 को होगी जिसमें देशभर के अकादमिक आचार्यों,प्राध्यापकों,शोधछात्रों एवं समाज सेवियों की सहभागिता होगी।

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तदाशय का निर्णय संस्कार भवन के भव्य सभागार में उपस्थित साहित्यकारों और प्राध्यपकों के मध्य लिया गया ।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये प्रयास प्रकाशन के निदेशक एवं अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डा विनय कुमार पाठक ने कहा कि इक्कीसवीं सदी के प्रथम दशक के दस्तक के साथ विकलांग-विमर्श की शुरुआत बिलासपुर से हुई तथा इन दो दशकों में नौ राष्ट्रीय एवं एक अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के साथ विकलांग परक साहित्य के प्रकाशन और लगभग एक दर्जन पी एचडी के कार्य संपन्न हुए हैं तथा अनेक अनुसंधान हो रहे हैं। उन्होने बताया कि नाथद्वारा (राजस्थान)में दशवीं संगोष्ठी के बाद अब बिलासपुर में ग्यारहवीं संगोष्ठी की योजना क्रियान्वित हुई है। वरिष्ठ कवि एवं समीक्षक डा अरुण कुमार यदु ने कहा कि आज से ही इसकी पंजीयन की प्रक्रिया प्रारंभ किया जा रहा है तथा शोध आलेखों को शीघ्र प्रकाशित किया जायेगा। अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्री मदनमोहन अग्रवाल ने जहाँ परिषद एवं विकलांगों की सेवा में अनेक कीर्तिमानों का उल्लेख किया,वहीं साहित्य के माध्यम से चेतना जागृत करके विकलांग-विमर्श के वितान विनिर्मित करने की इतिहास की चर्चा करते हुये विकलांग- विमर्श के पुरोधा के रुप में प्रतिस्थापित डा विनय कुमार पाठक के प्रदेयता को महत्वपूर्ण बताया।
इस अवसर पर हिंदी के प्राध्यापक डा केदार नाथ सिंह यादव जी का विशेष सम्मान किया गया।
इस अवसर पर श्रीमती भारती भट्टाचार्य, डा अखिलेश तिवारी,डा निराला, मदन मोहन अग्रवाल,संजय शर्मा-डी एल एस महाविद्यालय के प्रमुख, विभागाध्यक्ष, डॉ. गौरी त्रिपाठी, हिन्दी विभागाध्यक्ष गुरु घासीदास विश्वविद्यालय एवं डां मंतराम यादव, बुधराम यादव
ने भी अपने विचार रखे और कार्यक्रम को उत्कर्ष तक पहुँचाने के उपयोगी सुझाव भी दिए।
इस अवसर पर जिन लोगों की उल्लेखनीय उपस्थिति रही, उसमें से प्रमुख रुप से सर्वश्री सनत तिवारी, अंजनीकुमार तिवारी, डा मंत राम यादव, के के पाठक,डा विनोद वर्मा, बुधराम यादव,राजेश सोनार,डा गीता तिवारी, डा चंद्रशेखर यादव,संगीता बंजारा,दीलिप बंजारा, घनश्याम नायक, अनिल सिंह, डा अनिता सिंह,प्रदीप निर्णेजक,सुखेंद्र श्रीवास्तव, राम निहोरा राजपूत,डा उग्रसेन कन्नोजे, कंडाला श्रीनिवास,डा संगीता परमानंद,डा राजेश कुमार मानस, डा अर्चना शर्मा, डा आभा गुप्ता,राम रतन श्रीवास,बजरंग बली शर्मा महत्वपूर्ण रहे।

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कार्यक्रम का सफल संचालन डा राघवेंद्र दुबे द्वारा तथा आभार प्रदर्शन डा विनोद कुमार वर्मा द्वारा किया गया।

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