छत्तीसगढ़

मोदी सरकार की मेक इन इंडिया, स्टार्ट अप, मुद्रा योजना हुई फेल, तभी डॉक्टर, इंजीनियर भी मांग रहे है बेरोजगारी भत्ता-कांग्रेस

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(शशि कोन्हेर) : रायपुर : बेरोजगारी भत्ता के लिये डॉक्टर, इंजीनियर के आवेदन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि डॉक्टर, इंजीनियर का बेरोजगारी भत्ता के लिए आवेदन करना यह बताता है कि मोदी सरकार की मेक इन इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया, मुद्रा योजना कागजी घोड़ा निकला।

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ये योजना दूर के ढोल सुहावने की तरह है विज्ञापनों और मोदी  के भाषणों के अलावा यह योजना कहीं दिखती नहीं है। अगर इन योजनाओं का वास्तविक में लाभ युवाओं को मिलता तो डॉक्टर बीई, एमटेक इंजीनियर एवं अन्य विषयों में उच्च शिक्षा प्राप्त युवाओं को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार की बेरोजगारी भत्ता योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन नहीं करना पड़ता बल्कि ये युवा खुद सक्षम बनते और अन्य लोगों को भी रोजगार देने में सहयोग करते हैं।

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प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार दो करोड़ रोजगार देने में नकारा साबित हुई है। बेरोजगारी के मामले में देश 9 साल में 45 साल पुराने हालात में खड़ी हुई है। केंद की सरकारी विभाग में 30 लाख से अधिक पद रिक्त हैं और मोदी सरकार के द्वारा जो योजनाएं चला जा रही है वह धरातल पर युवाओं को रोजगार देने में असफल साबित हुई है।

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मोदी सरकार बनने के बाद 9 साल से युवा खाली जुमला सुन रहे हैं। युवा जब रोजगार मांगता है तो भाजपा के नेता उन्हें टुकड़े-टुकड़े गैंग बोल देते हैं। विदेशों में बेरोजगारी की हालत पर भाषण सुनाते हैं और मोदी सरकार के रोजगार देने में नाकामी और वादाखिलाफी पर पर्दा करते हैं।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भूपेश सरकार के साढ़े 4 साल में 5 लाख युवाओं को रोजगार, स्वरोजगार एवं सरकारी नौकरी के माध्यम से रोजगार दिये। कांग्रेस की सरकार बनने के बाद युवाओं के सरकारी नौकरी में भर्ती के द्वार खोले गये। नियमित और अनियमित दोनों प्रकार की भर्तियां निकाली गयी।

राज्य लोकसेवा आयोग के माध्यम से 2885 नौकरियां व्यापम के माध्यम से 4530 नौकरियां, 14580 शिक्षकों की भर्तियां, बिजली कंपनी में 3000 नौकरियां, स्वास्थ्य विभाग में 4000 नौकरियां, पुलिस विभाग में 8292 नौकरियां, राजस्व विभाग में 392 नौकरियां, वन विभाग में 3861 नौकरियां, महिला एवं बाल विकास विभाग में 800 से अधिक भर्तियां, 250,000 विभिन्न विभागों में नियमित भर्तियां की गयी, 44 विभागों में 3155 अनुकंपा नियुक्तियां, चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज 1041 अन्य मेडिकल कॉलेजों में 230 नियुक्ति कृषि उद्यानिकी में 1200 नियुक्तियां इसके अलावा स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में भी शिक्षकों की भर्ती की गई। 147000 अनियमित को नियमित कर रोजगार दिया। प्रदेश में अभी लगभग 20 हजार से अधिक पदो के लिये भर्तियां निकली है। शिक्षा विभाग, राज्य लोक सेवा आयोग, व्यापम, पीडब्ल्यूडी, जल संसाधन विभाग, ऊर्जा विभाग, आईटीआई तकनीकी शिक्षा, विद्युत कंपनी, वन विभाग में भर्तियां निकल चुकी है।

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