85 बिलियन का गोला बारूद छोड़, वापस बुला लिए सैनिक, अमेरिका इतना कमजोर कभी नही था : डोनाल्ड ट्रंप
9/11 हमले के बाद अफगानिस्तान में आतंक के खिलाफ अमेरिका का युद्ध आखिरकार खत्म हो गया है। बीस साल चले इस युद्ध में अमेरिका इतना लाचार कभी नहीं दिखाई दिया, जितना कि आज है। 85 बिलियन डॉलर के हथियारों का जखीरा छोड़कर अमेरिकी सैनिकों की वापसी को पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कम दिमाग का परिणाम बताया है।
जो बाइडन पर हमला बोलते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका के इतिहास में कभी भी युद्ध इतनी बुरी तरह खत्म नहीं हुआ। अमेरिका कभी इस अंजाम पर नहीं पहुंचा, जहां पर वह इतना कमजोर दिखाई पड़े। डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान अफगानिस्तान से सैनिकों की पूरी तरह वापसी के बाद आया है।
सेना भेजकर हथियार वापस लाए अमेरिका : डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका को अपने सभी सैन्य उपकरणों को तुरंत वापस लाना चाहिए। उनकी कीमत 85 बिलियन डॉलर है। उन्हेांने कहा कि अगर ये हथियार वापस नहीं मिल रहे हैं तो दोबारा वहां सेना भेजकर हथियारों पर अपना कब्जा लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि कभी भी ऐसी मूर्खता के बारे में नहीं सोचा था। यह कमजोर दिमाग का परिणाम है।
पूर्व राजनयिक बोले शर्मनाक वापसी : संयुक्त राष्ट्र में पूर्व शीर्ष अमेरिकी राजनयिक निक्की हेली ने भी इसे शर्मनाक वापसी बताया है। उन्होंने कहा कि बाइडन सरकार ने लाखों अफगानियों को आतंकी सरकार के भरोसे छोड़ दिया है। उन लोगों को कुछ होता है तो इसके लिए पूरी तरह जो बाइडन ही जिम्मेदार होंगे। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही शर्मनाक वापसी है क्योंकि, रूस और चीन इस वापसी का आनंद ले रहे हैं और इस पल को हथियाने की तैयारी में हैं।